गोलीबारी. किशनगंज में पुलिस-अपराधियों के बीच मुठभेड़, चार गिरफ्तार
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हवलदार शहीद, एक डकैत भी ढेर
गोलीबारी. किशनगंज में पुलिस-अपराधियों के बीच मुठभेड़, चार गिरफ्तार किशनगंज : किशनगंज शहर के पूरब पाली-एमजीएम रोड स्थित पावर हाउस के समीप पुलिस और डकैतों के बीच जमकर गोलीबारी में एक अपराधी पुलिस की गोली से ढेर हो गया. गोलीबारी में बिहार पुलिस के एक हवलदार शहीद हो गये. मंगलवार की रात हथियारों से लैस […]
किशनगंज : किशनगंज शहर के पूरब पाली-एमजीएम रोड स्थित पावर हाउस के समीप पुलिस और डकैतों के बीच जमकर गोलीबारी में एक अपराधी पुलिस की गोली से ढेर हो गया. गोलीबारी में बिहार पुलिस के एक हवलदार शहीद हो गये.
मंगलवार की रात हथियारों से लैस एक दर्जन अपराधियों ने जूट व्यवसायी नंदू अग्रवाल के प्रतिष्ठान पर डकैती के इरादे से धावा बोल दिया. सबसे पहले अपराधियों ने ड्यूटी पर तैनात निजी सुरक्षा गार्ड को धारदार हथियार से हमला कर घायल कर दिया, फिर चहारदीवारी फांद प्रतिष्ठान के परिसर में घुस अंदर प्रवेश करने की कोशिश करने लगे. इसी दौरान भीतर सो रहे प्रतिष्ठान के कर्मचारियों द्वारा शोर मचाने की आवाज सुन गश्त लगा रही पुलिस की टीम मौके पर जब वहां पहुंची तो डकैतों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी. दोनों तरफ से मुठभेड़ हुई. इस घटना में पुलिसकर्मियों ने एक डकैत को मार गिराया.
मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी भी शहीद हो गये. शहीद हवलदार बिरसा उरांव (55) पिता लाल उरांव, चिपड़ा गुरु, रांची झारखंड के रहनेवाले थे. पुलिस ने इस घटना में चार डकैतों को मौके पर से ही गिरफ्तार किया है. घटना के कुछ देर बाद ही एसडीपीओ डॉ अखिलेश कुमार, सदर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर आफताब अहमद दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और मोर्चा संभाल लिया. भाग रहे अपराधियों को खदेड़ कर धर दबोचा और घायल हवलदार को एमजीएम में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उधर घटना की जानकारी मिलने के बाद दल-बल के साथ किशनगंज के प्रभारी एसपी विशाल शर्मा भी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया एवं अस्पताल जाकर घायलों से मिले.
जूट व्यवसायी के घर डकैती के दौरान हुई गोलीबारी, शहीद हवलदार रांची के रहनेवाले थे
घटनास्थल से हथियार, कारतूस और बम बरामद
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