बच्चों की कम उपस्थिति व स्कूल से गायब रहने वाले शिक्षकों का वेतन अगले आदेश तक बंद कर दिया गया. इसके बाद 9.10 बजे राजकीय मवि केतुंगा का निरीक्षण किया गया, जहां 21 बच्चे उपस्थित थे, जबकि शिक्षक पुरुषोत्तम प्रधान गायब पाये गये. उनका भी वेतन बंद कर दिया गया. इसके बाद 9.15 बजे तक बामनी मवि केतुंगा भी बंद मिला, जबकि 52 बच्चे शिक्षक का इंतजार कर रहे थे.
इस पर शिक्षक सीताराम कुम्हार व प्रियंका राय को शो कॉज कर वेतन बंद कर दिया गया. 9.20 बजे राजकीय मवि घुटीयाडीह के निरीक्षण में शिक्षक कृष्णा महतो व प्रमोद कुमार प्रमाणिक उपस्थित तो थे, लेकिन स्कूल प्रार्थना भी नहीं हुई थी. इस पर दोनों शिक्षक का वेतन बंद किया गया. डीएसइ 9.40 बजे प्रावि मधुपुर पहुंची, यहां शिक्षक रामकृष्ण सिन्हा गायब थे. इसी तरह 10.15 बजे उमवि मांझीडीह के पारा शिक्षिका अंजु दास व संतोष महतो गायब थे, जबकि कुल 85 में से सिर्फ 24 बच्चे ही उपस्थित थे. इस पर इनका भी वेतन बंद करने का निर्देश दिया गया.
उउवि बाड़ेदा में प्रभारी प्राचार्य बगैर किसी को सूचना व प्रभार दिये जिला कार्यालय आये थे, जबकि स्कूल में 241 में से सिर्फ 101 बच्चे ही उपस्थित थे. उनका भी वेतन बंद कर दिया गया. एनपीएस जोड़ायाबांध के शिक्षक रविलाल मांझी नदारद थे. साढ़े ग्यारह बजे उमवि बामनी में शिक्षक तो उपस्थित थे, लेकिन 173 में से 107 बच्चे ही उपस्थित थे. जबकि साढ़े ग्यारह बजे तक नाश्ता भी नहीं दिया गया था. इस पर शिक्षक गौरचंद्र सिंह मुंडा, कार्तिक कर्मकार, देवी प्रसाद सिंह पात्र व अंबिका नाग का अगले आदेश तक के लिए वेतन बंद करने का निर्देश दिया गया. वहीं उमवि बुरूडीह वन व उमवि गांधीनगर हाता सारा की स्थिति संतोषजनक पायी गयी.