गया : गयाजी की धार्मिक महत्ता आदि काल से चली आ रही है. विभिन्न धार्मिक ग्रंथों व पुराणों में गयाजी का उल्लेख वर्णित है. भगवान विष्णु का चरण चिह्न विष्णुपद मंदिर के गर्भ गृह में स्थित है. भगवान विष्णु के चरण चिह्न की पूजा करने के लिये देश-विदेश से सैलानी साल भर आते रहते हैं. इन सैलानियों की संख्या पितृपक्ष मेले में कई गुना बढ़ जाती है. अधिकांश सैलानी रेल मार्ग से गयाजी पहुंचते हैं. गया जी की महत्ता को लेकर रेल प्रशासन भी इस बार जागरूकता दिखाने का काम शुरू कर दिया है.
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प्रतीक्षालय में दिखने लगी गया धाम की झलकियां
गया : गयाजी की धार्मिक महत्ता आदि काल से चली आ रही है. विभिन्न धार्मिक ग्रंथों व पुराणों में गयाजी का उल्लेख वर्णित है. भगवान विष्णु का चरण चिह्न विष्णुपद मंदिर के गर्भ गृह में स्थित है. भगवान विष्णु के चरण चिह्न की पूजा करने के लिये देश-विदेश से सैलानी साल भर आते रहते हैं. […]
बीते करीब एक सप्ताह से जंक्शन पर स्थित प्रथम श्रेणी महिला व पुरुष वातानुकूलित वेटिंग हॉल की दीवारों में गया धाम का लुक देने के लिये बीएचयू के कलाकारों को डेंटिंग-पेंटिंग की जिम्मेदारी रेलवे द्वारा दी गयी थी जो आज पूरी तरह से बन कर तैयार हो गया है. वेटिंग हॉल में गया धाम की झांकी दिखने लगी है. इस साल पितृपक्ष मेला में देश-विदेश से आनेवाले तीर्थ यात्रियों को गया जंक्शन पर ही गया धाम की झांकी का नजारा दिख जाएगा. इससे तीर्थ यात्रियों को गया धाम में विभिन्न क्षेत्रों में स्थित धर्म स्थलों के दर्शन व भ्रमण में काफी सुविधा मिल सकेगी.
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