मुंबई: अभिनेत्री सोनी राजदान ने मंगलवार को अफजल गुरु की फांसी के मामले में जांच की मांग करते हुए और उसे बलि का बकरा बनाये जाने का दावा करते हुए ट्वीट किया जिस पर विवाद खड़ा हो गया.
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में सवाल किया कि किसी ने गुरु के इन आरोपों को गंभीरता से क्यों नहीं लिया कि जम्मू कश्मीर में डीएसपी पद से बर्खास्त हुए दविंदर सिंह ने उसका उत्पीड़न किया था. संसद पर हमले के दोषी गुरु को फरवरी 2013 में फांसी पर लटकाया गया था.
राजदान ने एक खबर का लिंक साझा किया है जिसमें साल 2000 की शुरुआत में गुरु का उसके वकील को लिखे पत्र का ब्योरा है जिसमें संकेत दिया गया था कि संसद पर हमले की साजिश में सिंह शामिल था.
उन्होंने ट्वीट किया, न्याय का मजाक बन गया है. अगर आदमी बेगुनाह निकला तो कौन उसे मौत से वापस लेने जा रहा है? इसलिए मौत की सजा को हल्के में नहीं लेना चाहिए. इसलिए इस बारे में ठोस जांच होनी चाहिए कि अफजल गुरु को बलि का बकरा क्यों बनाया गया?
सिंह को हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों को कश्मीर घाटी में पहुंचाने के लिए 12 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) सिंह से पूछताछ कर रही है.
राजदान ने एक और ट्वीट करके सफाई दी कि वह गुरु को बेगुनाह नहीं कह रहीं. उन्होंने कहा, कोई नहीं कह रहा कि वह बेगुनाह है. लेकिन अगर उसे प्रताड़ित किया गया था और प्रताड़ना देने वाले ने उसे वो सब करने का आदेश दिया था जो उसने किया, तो क्या इसकी पूरी तरह जांच नहीं होनी चाहिए? किसी ने दविंदर सिंह के खिलाफ अफजल के आरोपों को गंभीरता से क्यों नहीं लिया?