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कोलकाता : सीबीएसइ बोर्ड की इस नयी पहल से उत्साहित हैं, स्कूलों के प्रिंसिपल
कोलकाता : सीबीएसइ बोर्ड की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू हो रही हैं. इस समय अवधि के दाैरान अगर किसी छात्र को अंतरराष्ट्रीय खेलकूद में भाग लेने के लिए जाना पड़ जाये तो अब अभिभावकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अब सीबीएसइ बोर्ड ने ऐसे छात्रों के लिए एक अलग व्यवस्था की […]
कोलकाता : सीबीएसइ बोर्ड की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू हो रही हैं. इस समय अवधि के दाैरान अगर किसी छात्र को अंतरराष्ट्रीय खेलकूद में भाग लेने के लिए जाना पड़ जाये तो अब अभिभावकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अब सीबीएसइ बोर्ड ने ऐसे छात्रों के लिए एक अलग व्यवस्था की है.
अब ऐसे छात्र बाद में परीक्षा में बैठ सकते हैं. उनके लिए बोर्ड ने अलग से परीक्षा देने की रणनीति बनायी है. इस फैसले का कोलकाता के कुछ सीबीएसइ स्कूल स्वागत कर रहे हैं. कुछ प्रिंसिपलों ने बताया कि यह एक अच्छा कदम है, इससे छात्रों को सुनहरा अवसर खोने का डर नहीं रहेगा.
परीक्षा की तिथि के आसपास अगर कोई छात्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टेबिल-टेनिस, फुटबॉल या अन्य किसी खेल में भाग लेने जा रहा है तो उसको परीक्षा से वंचित नहीं किया जायेगा. छात्रों को इसकी अपील पहले स्कूलों को करनी होगी. उनकी बोर्ड परीक्षा अन्य तिथि पर ली जायेगी. स्कूल के प्रमाणिक दस्तावेज मिलने के बाद सीबीएसइ का क्षेत्रीय कार्यालय बोर्ड में अलग से उसकी परीक्षा की व्यवस्था करने के लिए आवेदन करेगा.
बच्चों को खेलकूद में आगे बढ़ाने व खेलों को प्रमोट करने के लिए बोर्ड ने यह फैसला किया है. इस फैसले का एक पत्र स्कूल के प्रिंसिपलों व प्रमुख को भेजा गया है. इसमें बताया गया है कि ऐसे छात्रों को, जो सीबीएसइ स्कूल में 10वीं या 12वीं में पढ़ रहे हैं व अंतरराष्ट्रीय खेल कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं.
बोर्ड की परीक्षा से वंचित नहीं होना पड़ेगा. अगर परीक्षा की तारीख खेल कार्यक्रम से मिलती है, तो इसकी अलग से व्यवस्था की जायेगी. इसमें वही खेल आयेंगे, जो स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त हैं.
अगर छात्र भारत के प्रतिनिधि के रूप में भाग लेते हैं तो बाद में उनकी परीक्षा अलग से ली जायेगी. स्कूलों को भेजे गये पत्र में परीक्षा नियंत्रक द्वारा साइन किये गये हैं.
बोर्ड ने यह खुलासा किया है कि परीक्षा का संचालन कैसे किया जायेगा, यह बाद में बता दिया जायेगा लेकिन छात्रों को इसके दस्तावेज पेश करने होंगे. इसमें स्कूल द्वारा जारी पत्र होगा, जिसमें खेल का नाम, तिथि व अन्य सभी ब्याैरा लिखा हुआ होगा. जो तारीख छात्रों व बोर्ड के लिए सुविधाजनक होगी, उसी पर उन छात्रों की परीक्षा ली जायेगी, जो खेल में भाग लेने गये होंगे.
छात्रों को अपने स्कूल के माध्यम से बोर्ड को एक लिखित अपील करनी होगी. इसमें बोर्ड को सिफारिश करनी होगी कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल में भाग लेंगे परीक्षा की अलग से व्यवस्था करें. शिक्षक भी इसका स्वागत कर रहे हैं. सीबीएसइ बोर्ड ने स्कूलों को यह अपील की है कि ऐसे मामलों में वे सीबीएसइ के क्षेत्रीय कार्यालय से 31 जनवरी के अंदर बातचीत करें.
कुछ प्रिंसिपलों का मानना है कि छात्रों के अभिभावक, यह नहीं चाहते हैं कि परीक्षा छोड़ कर बच्चे खेलकूद टूर्नामेंट में भाग लेने जायें. अभिभावक चाहते हैं कि बिना किसी बाधा के बच्चे पढ़ाई करें व परीक्षा दें. इस दाैरान वे किसी भी टूर्नामेंट में न जायें. लेकिन बोर्ड की इस नयी नीति से अब अभिभावक भी उत्साहित हैं.
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