Advertisement
कोलकाता : राम मंदिर अभी नहीं, तो कभी नहीं : सुधांशु महाराज
कोलकाता : आयोध्या में राम मंदिर बने. यह जनता की आवाज है. चुनाव के समय साधु समाज और जनता की तरफ से सरकार पर दवाब बनाया जा रहा है कि आयोध्या में राम मंदिर बने. यदि राम मंदिर अभी नहीं बनेगा, तो कभी नहीं बनेगा. ये बातें सुधांशुजी महाराज ने रविवार को विश्व जागृति मिशन […]
कोलकाता : आयोध्या में राम मंदिर बने. यह जनता की आवाज है. चुनाव के समय साधु समाज और जनता की तरफ से सरकार पर दवाब बनाया जा रहा है कि आयोध्या में राम मंदिर बने. यदि राम मंदिर अभी नहीं बनेगा, तो कभी नहीं बनेगा.
ये बातें सुधांशुजी महाराज ने रविवार को विश्व जागृति मिशन ट्रस्ट के तत्वाधान में आयोजित विराट सत्संग सभा के इतर संवाददाताओं के सवाल के जवाब में कहीं. सुधांशुजी महाराज ने कहा: भगवान ने हमारी जिंदगी में जो कुछ भी दिया है उसके लिए उन्हें धन्यवाद दें. धन्यवाद देने से उनकी कृपा बरसने लगती है.
ईश्वर के प्रति कभी भी शिकायत मत करो. वह जिस परिस्थिति में रखें, उसे स्वीकार करें. जिंदगी को आसान बनाना चाहते हैं तो कठिनाईयों को स्वीकार करते रहें. कभी भी अपनी मानसिकता को विकृति होने मत दें.
बुद्धि के शुद्धिकरण से व्यक्ति और समाज का विकास होता है. दुर्भाग्य है कि हम अपने दुश्मनों का ज्यादा ध्यान करते हैं. जिसके कारण हम अशांत हो जाते हैं. ईश्वर खोजने से नहीं खो जाने से मिलता है.
नंगे पैर चलना लाभदायक
नंगे पैर चलने से शरीर की सभी नसों पर दवाब पड़ता है और शरीर स्वस्थ रहता है. नंगे पांव चलने की आदत डालना चाहिए. आजकल के जमाने अधिकतर लोग चिन्तित जीवन जी रहे हैं. जीवन शैली में बदलाव के कारण लोग चिंतित जीवन जी रहे हैं. चिंता के कारण लोग ठीक से सो नहीं रहे हैं.
अपने काम से प्यार करो तो जीवन सफल होगा. आजकल के लोग टीवी पर सीरियल आदि देखने में व्यस्त रहते हैं. सेहत पर ध्यान नहीं देते. ठीक से नींद नहीं होने पर तरह-तरह की बीमारियों का प्रकोप होता है, जिसके कारण आयु अधिक होने पर अधिकतर लोग बीमारी से ग्रस्त हो जाते हैं.
सुधांशु महाराज ने कहा कि मानसिक शांति शरीर के लिये जरूरी है. यह तब होगा जब मन शांत रहेगा. यदि नियमित रहन-सहन, खान-पान पर ध्यान दोगे तो जीवन सफल हो जायेगी. स्वस्थ रहने के लिये योगासन, प्रणायाम, ध्यान जरूरी है. जिद्द भी दुर्गुण है. कई लोग जिद्द के कारण सबकुछ अपना गंवा देते हैं. गरीबी और धनवान बनना प्रकृति का नियम है. इससे घबराना नहीं चाहिए.
जो घबरायेगा वह पछतायेगा. मन में दृढ़ता लाकर सभी से मुकाबला करना चाहिए तभी मन में शांति आयेगी. कितने लोग ज्ञानी तो है लेकिन जिन्दगी ठीक से नहीं बीता पाते. अधिक ज्ञानी को अपनी बुद्धि पर नियंत्रण रखना चाहिए.
ज्ञान को अच्छे कामों में लगाना चाहिए. इससे पहले सुशील गोयनका, बनवारी चौधरी, किशनलाल बजाज, धीरज अग्रवाल आदि ने महाराज का माल्यार्पण कर स्वागत किया. श्री हनुमान मित्र संघ सेवा ट्रस्ट की ओर से रविवार को बांगुड़ शनि मंदिर के समीप आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों में कंबल वितरण किया गया. संस्था के सचिव रावतमल पीथीसरिया ने कहा कि ठंड बढ़ने से फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही थी.
कार्यक्रम की सफलता में धीरज अग्रवाल, राधेश्याम गोयनका, राधेश्याम अग्रवाल, इंदु गोयनका, ऊषा अग्रवाल, सरोज गोयनका, किशन बजाज, सुभाष मुरारका, किरण मिश्र, मोतीलाल पटवारी, गोपाल शर्मा, श्रीबल्लभ डागा, वीरेंद्र पांडे, राजेश पीथीसरिया, प्रवीण पांडेय, चंद्र कुमार सिंह, अनूप शाह, विनोद खेतान, पवन कुमार सुरेका, विमल बालासरिया, नागेंद्र वैरागरा, सरजू महाराज, श्रवण कुमार अग्रवाल सक्रिय रहे.
Advertisement