धूपगुड़ी : धूपगुड़ी तृणमूल पार्टी कार्यालय में सुबीर सरकार नामक एक व्यवसायी और स्नेहाशीष नामक एक तृणमूल नेता को दो घंटे तक बंधक रखकर उनके साथ मारपीट किये जाने का आरोप सामने आया है. यह आरोप तृणमूल के टाउन ब्लॉक अध्यक्ष सह दस नंबर वार्ड के पार्षद अरुप दे पर लगा है.
आरोप है कि मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे दोनों को धूपगुड़ी नगरपालिका कार्यालय से बाइक पर बिठा कर थाना रोड स्थित पार्टी कार्यालय लाया गया और दो घंटे तक उनका शारीरिक उत्पीड़न किया गया. साथ ही व्यवसायी को जान से मारने की धमकी दी गयी और सादे कागज पर उससे मुचलका भी लिखवाया गया.
जानकारी के मुताबिक व्यवसायी सुबीर सरकार जिले के जटेश्वर इलाके के रहने वाले हैं. उन्होंने कहा कि धूपगुड़ी से लगे धनीरामपुर में उनके व्यवसायिक पार्टनर सुजीत साहा को एक सरकारी गैस कंपनी की डीलरशीप मिली है. इसके लिये धूपगुड़ी के कॉलेजपाड़ा में गैस का गोदाम बनाने की योजना है. गोदाम के लिये इलाके के निवासी स्नेहाशीष मिश्र (पप्पू) की मां की जमीन ली गयी है. सारे कागज पत्र पूरे होने के बाद करीब चार महीने पहले एनओसी के लिये धूपगुड़ी नगरपालिका में आवेदन किया गया.
lलेकिन वहां काम काफी दिनों से अटका होने के कारण हमलोग डीएम के पास भी गये. उन्होंने नगरपालिका से इस मामले में पूछताछ की. मंगलवार को नगरपालिका की बोर्ड मीटिंग थी. अपने मामले पर बोर्ड मीटिंग में फैसले के लिये अनुरोध करने हमलोग नगरपालिका गये थे. दोपहर करीब 12 बजे हमलोगों को वहां देखते ही अरुप दे भड़क उठे.
इसके बाद हमें बाइक पर बिठा कर तृणमूल कार्यालय लाया गया, जहां दोपहर दो बजे तक हमारे साथ मारपीट की गयी. इसके बाद एक सादा कागज पर जबरन लिखवाया गया कि हमलोग धूपगुड़ी में गोदाम नहीं बनायेंगे. जिसकी जमीन पर गोदाम बनना है, उन्हें भी बुलाकर अरुप दे ने उसके साथ मारपीट की. इसके अलावा हमलोगों को जान से मारने की घमकी भी दी गयी.
घटना के संबंध में उत्पीड़न के शिकार स्नेहाशीष मिश्र ने बताया कि वह भी काफी दिनों से अरुप दे के साथ तृणमूल की राजनीतिक कर रहे हैं. इसके बावजूद भी मंगलवार को मेरे साथ जो व्यवहार किया गया, उससे वह लज्जित और दुखित हैं. पार्टी की सुप्रीमों ममता बनर्जी कभी भी इस तरह की घटना का समर्थन नहीं करेंगी. उन्होंने आरोप लगाया कि अरुप दे को भी एक गैस कंपनी की डीलरशीप मिली है और वह नहीं चाहते हैं कि इलाके में कोई दूसरा यह व्यवसाय करे.
घटना के संबंध में अरूप दे ने पूरी कहानी को मनगढंत बताया. उन्होंने कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं घटी है. उन्हें किसी के आरोप के बारे में कोई जानकारी नहीं है. इस संबंध में तृणमूल के जिला महासचिव राजेश कुमार सिंह ने कहा कि वह दो-तीन कार्यक्रमों में व्यस्त थे, इसलिये वे ऑफिस देर से पहुंचे थे. ऐसी कोई घटना घटी है या नहीं उन्हें कोई जानकारी नहीं है. वह पूरे मामले को देखेंगे.