आतंकी जिशान का खुलासा, मिला था दो टारगेट, विस्फोट में फेल होने पर भारत को आर्थिक नुकसान पहुंचाना था मकसद

आतंकी जिशान का ब्रेनवॉश करने के लिए उसे मुजफ्फरनगर और गुजरात दंगों के वीडियो दिखाए गए थे. उसे भारत में ज्यादा से ज्यादा तबाही फैलाने के लिए कहा गया था. पाकिस्तान में आतंकी ट्रैनिंग के दौरान उसे जिहाद के लिए उकसाया गया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 17, 2021 6:58 AM

आतंकी मॉड्यूल: पुलिस की गिरफ्त में आये आतंकी जिशान के कबूलनामे से पूरी पुलिस टीम सकते में आ गई. आतंकी जिशान ने बताया कि, पाकिस्तान में आतंकी ट्रैनिंग के दौरान उसे जिहाद के लिए उसकाया गया था. आतंकी जिशान का ब्रेनवॉश करने के लिए उसे मुजफ्फरनगर और गुजरात दंगों के वीडियो दिखाए गए थे. उसे भारत में ज्यादा से ज्यादा तबाही फैलाने के लिए कहा गया था.

दो प्लान पर काम करने की थी ट्रेनिंग: पाकिस्तान और आईएसआई ने ओसामा और जीशान को दो प्लान पर काम करने की ट्रेनिंग दी थी. ताकी भारत में ज्यादा से ज्यादा वो तबाही मचा सके. टेरर की पहली ट्रेनिंग के तहत जिशान और ओसामा से कहा गया था कि, भारत में विस्फोट कर आतंक फैलाएं. उन्हें टारगेट दिया गया था कि, ऐसा विस्फोट करें की ज्यादा से ज्यादा क्षति हो. और लोगों की जान जाएं.

आतंक के जरिए भारत को आर्थिक नुक्सान पहुंचाने का मकसद: पाकिस्तान में बैठे आतंक के आकाओं ने इनसे कहा था अगर विस्फोट करने में नाकामयाब रहे तो भारत को आर्थिक नुक्सान पहुंचाओ. इसके लिए फैक्ट्री, गोदाम, शो रूम, मॉल में आगजनी की वारदातों को अंजाम दो.

दिखाए गए थे दंगे के वीडियो: आतंक के मकसद को पूरी करने के लिए पाकिस्तान ने इन्हें जो दंगे के वीडियो दिखाए थे उसमें ये दिखाया गया था कि कैसे एक समुदाय विशेष के लोगों पर अत्याचार किए गए. महिलाओं के साथ कैसे दुर्व्यवहार किए गये. कैसे विशेष समुदाय के लोगों का कत्लेआम किया गया. इस वीडियो को दिखाकर आतंकियों का ब्रेनवॉश करने की कोशिश की गई. पुलिस की पूछताछ में जीशान ने यह सब खुलासा किया है.

आतंकी पकड़े गये, फरार है मास्टरमाइंड: आतंक फैलाने के मकसद पूरा होने से पहले ही पुलिस की गिरफ्त में आ गया आतंकी जिशान कई राज खोले. लेकिन यहां बता दें कि, जिशान महज एक प्यादा है. इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड आरोपी ओसामा का चाचा है जो अभी तक पुलिस की पकड़ से बचा हुआ है. उसने ही ओसामा और जिशान को पाकिस्तान में ट्रेनिंग के लिए भेजा था.

Posted by: Pritish Sahay

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