दक्षिण छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में शुक्रवार रात जिला पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की संयुक्त टीम के साथ हुई मुठभेड़ में भाकपा (माओवादी) की एक महिला मंडल समिति की सदस्य गोली लगने से घायल हो गई. मुठभेड़ में बीएसएफ के एक जवान को भी मामूली चोटें आई हैं.
यह घटना शुक्रवार रात करीब 9 बजे हुई जब बीएसएफ जवानों और जिला पुलिस की एक बटालियन प्रतापपुर पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र में आने वाले मेंदरा गांव के बीएसएफ शिविर से मरकचुवा गांव की ओर एक क्षेत्र वर्चस्व अभ्यास के लिए रवाना हुई.
ऑपरेशन के दौरान थाने से करीब 10 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में उपंजुर गांव के पास मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ में, फगनी पेडियामी के रूप में पहचानी जाने वाली महिला की जांघ पर गोली लगी है. उसे अस्पताल ले जाया गया है जहां उसकी चोटों का इलाज किया जा रहा है. पेडियामी की उम्र करीब 25-30 साल है और वह छह साल पहले माओवादी संगठन से जुड़ी थी.
पेडियामी भाकपा (माओवादी) के राजनांदगांव-कांकेर सीमा संभाग की एक संभागीय समिति सदस्य है. उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम था. विनोद मदनवाड़ा के रूप में पहचाने जाने वाले उनके पति एक स्थानीय ऑपरेशन स्क्वाड (LOS) कमांडर हैं. बीएसएफ जवान विकास सिंह को मामूली छर्रे लगे हैं और वे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं
पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान छह प्रेशर कुकर आईईडी, एक राइफल, सात राइफल की गोलियां, 44 गोलियां, दवाएं, एक टॉर्च, एक सोलर प्लेट, तार, सात रिमोट कंट्रोल, एक छोटी बैटरी, पर्चे, नक्सल साहित्य और नक्सली वर्दी बरामद की है.