नयी दिल्ली : लोकसभा में काली मिर्च स्प्रे की घटना पर नाराजगी के बीच सोमवार को संसद में सुरक्षा संबंधी समिति की आपात बैठक में सांसदों की जांच का पेचीदा मुद्दा उठ सकता है. सदस्यों का विशेषाधिकार कम करने पर भी विचार किया जा सकता है.
स्पीकर मीरा कुमार ने उपाध्यक्ष कडि़या मुंडा की अगुवाईवाली समिति को गुरुवार के घटनाक्रम के आलोक में बैठक करने का निर्देश दिया है. सदन में इस हफ्ते तेलंगाना बिल पेश होने से रोकने के लिए कांग्रेस के निलंबित सदस्य एल राजगोपाल ने काली मिर्च का स्पे्र छिड़क दिया था.
समिति के एक सदस्य ने पहचान उजागर नहीं होने की शर्त पर यह जानकारी दी. सदस्य ने कहा, हमारे सामने वाकई जटिल काम है. हमने एक दशक पहले 13 दिसंबर को संसद पर आतंकवादी हमले के बाद इस बात का ठीक से ध्यान रखा है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. लेकिन, कोई क्या कर सकता है, जब परिवार का सदस्य ही आग लगाने की कोशिश करे?
* कम होंगे विशेषाधिकार!
समिति सुरक्षा से जुड़े सभी मुद्दों का अध्ययन करेगी, जिसमें सांसदों को सदन में खतरनाक और घातक सामग्री लाने से रोकना शामिल है. तेलंगाना के कांग्रेस सदस्य पोन्नम प्रभाकर पहले ही स्पीकर से शिकायत कर चुके हैं कि राजगोपाल व तेदेपा सदस्य वेणुगोपाल के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई शुरू की जाये. समिति सदस्यों के विशेषाधिकार कम करने की मांगों पर भी विचार कर सकती है.
* कई बार बढ़ी संसद की सुरक्षा
वर्ष 2001 में आतंकवादी हमले के बाद कई बार संसद की सुरक्षा बढ़ी. संसद भवन के अंदर स्टेशनरी से फर्नीचर तक और खानपान की चीजें भी जांच के अनेक स्तरों से होकर पहुंचती हैं.
* सांसदों की नहीं होती जांच
संसद में प्रावधान है कि सदस्यों को मेटल डिटेक्टर से गुजरने की जरूरत नहीं है. वे सीधे संसद भवन में प्रवेश करते हैं.