नयी दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज फिर नोटबंदी मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला किया. केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि नोटबंदी की घोषणा के बाद आज चौथे दिन भी लोग परेशान हैं, लेकिन हालात में कोई सुधार नहीं हो रहा है, बल्कि स्थिति और भी बिगड़ती जा रही है.
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले दो दिन की बात कर रहे थे अब 50 दिन लोगों से मदद करने को कह रहे हैं. लेकिन लोग 50 घंटे भी नहीं देगे. केजरीवाल ने एक बार फिर दोहराया कि नोटबंदी से भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लगेगा बल्कि भ्रष्टाचार और बढ़ रहा है, लोग परेशान हो रहे हैं. उन्होंने मोदी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम कहते हैं कि नोटबंदी से कालाधन रखने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है, लेकिन मैं आपको बताता हूं कि कालाधन वालों से मोदी सरकार की दोस्ती है. जाली नोट रखने वालों से मादी सरकार की दोस्ती है. जिनके पास कालाधन हैं उसके 50 प्रतिशत हिस्सा भाजपा के पास पहुंचेंगे.
केजरीवाल ने कहा, आज प्रधानमंत्री मोदी जी ने अपने भाषण में जिस भाषा इस्तेमाल किया, उसे सुनकर बहुत दुख हुआ. उन्होंने एटीएम के बाहर कतार में लगे लोगों को घोटाला करने वाला बताया. इसके लिए मोदी जी देश से माफी मांगे. मोदी जी चुनाव से पहले रॉबर्ट वाड्रा को जेल भेजने की बात कही थी, लेकिन बाद में उनसे दोस्ती कर ली. अगर मोदी जी ने चुनाव से पहले नोटबैन की बात की होती तो उन्हें एक भी वोट नहीं मिलता.
केजरीवाल ने कहा, जिनके पास स्विज बैंक में खाते हैं, उनके खिलाफ मोदी जी ने कोई कार्रवाई नहीं की और आम जनता को परेशान किया. मोदी जी अहंकार छोड़िए और नोटबंदी के फैसले को वापस ले लीजिए. अगर मोदी जी लाइन में लगे होते तब उन्हें स्िथति के बारे में पता चलता. नोटबंदी का फैसला वापस लेने के अलावा कोई दूसरा उपाय नहीं. नोट पर बैन लगाना ही है कि तो पहले सरकार इंतजाम पुख्ता कर ले और फिर से लागू कर दे नियम. सरकार ने ब्लैक मनी के खिलाफ कार्रवाई करने का नाटक किया और नाटक से जनता का पेट नहीं भरता.
गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बड़े नोटों को चलन से बाहर करने के फैसले का विरोध कर रहे लोगों और खासतौर पर कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि बड़े-बड़े घोटालों में शामिल लोग 4000 रुपये बदलने के लिए कतारों में खड़े हो रहे हैं. उन्होंने भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए और भी कदम उठाने की घोषणा की.
सरकार के फैसले की घोषणा के बाद बैंकों, एटीएम के बाहर लंबी कतारों और लोगों की समस्याओं पर पणजी में एक समारोह के दौरान अपने संबोधन में भावुक हो गये मोदी ने लोगों से 30 दिसंबर तक सरकार को सहयोग देने को कहा. उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको वैसा ही भारत दूंगा, जैसा आप चाहते हैं.’ उन्होंने नगदीरहित व्यवस्था पर और प्लास्टिक मनी को अपनाने पर जोर दिया.
एक तरफ जोरदार तरीके से अपनी बात रखते हुए, वहीं बीच बीच में भावुक भी दिखाई दे रहे मोदी ने कहा कि वह अपने कदमों के नतीजे भुगतने को तैयार हैं क्योंकि कुछ ताकतें उनके खिलाफ हैं जिनकी 70 साल की लूट संकट में पड़ गयी है.
मोदी ने कहा, ‘‘मुझे पता है कि कुछ ताकतें मेरे खिलाफ हैं, जो मुझे जीने नहीं देना चाहतीं, वे मुझे बर्बाद कर सकती हैं क्योंकि उनकी 70 साल की लूट संकट में है, लेकिन मैं तैयार हूं.’ उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार ईमानदार लोगों को परेशान नहीं करना चाहती लेकिन बेइमानों को नहीं बख्शना चाहती. 50 दिन तक मेरा साथ दीजिए. भारत को लूटा गया था या नहीं? मैं यह सब रोकने वाला नहीं. मैं आजादी के बाद से 70 साल के भ्रष्टाचार के इतिहास को उजागर करंगा.’