नयी दिल्ली : घूसकांड में सीबीआई जांच का सामना कर रहे कॉर्पोरेट अफेयर मंत्रालय में डीजी के पद पर तैनात रहे बी. के. बंसल और उनके पुत्र ने सोमवार को अपने घर में कथित रुप से खुदकुशी कर ली. बंसल पूर्वी दिल्ली के मधु विहार के नीलकंठ अपार्टमेंट में रहते थे. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई है और मामले की छानबीन में जुट गई है.
लगभग दो माह पहले ही बंसल की पत्नी और बेटी ने नीलकंठ अपार्टमेंट्स स्थित अपने आवास पर पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली थी. दोनों ने अलग-अलग सुसाइड नोट छोडे थे, जिनमें कहा गया था कि ‘सीबीआई की छापेमारी’ से ‘भारी बदनामी’ हुई है और वे इसके बाद जीना नहीं चाहतीं.
हालांकि उन्होंने अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया था. सूत्रों ने बताया कि बंसल और उनका बेटा आज अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए. कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव स्तर के अधिकारी बंसल को एक प्रसिद्ध दवा कंपनी से कथित तौर पर रिश्वत लेने के आरोप में सीबीआई ने 16 जुलाई को गिरफ्तार किया था. इस मामले के सिलसिले में सीबीआई ने आठ स्थानों पर छापेमारी की थी. एजेंसी ने इस छापेमारी के दौरान नकदी बरामद करने का दावा किया था.
बंसल को बाद में गिरफ्तार किया गया था लेकिन फिर जमानत पर रिहा कर दिया गया था.
आपको बता दें कि बीके बंसल कारपोरेट भारतीय कॉरपोरेट विधि सेवा (आईसीएलएस) के वरिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड के अधिकारी थे जिन्हें पिछले साल कॉरपोरेट मामलों के महानिदेशक के पद पर तरक्की मिली थी. उल्लेखनीय है कि बीके बंसल पर भ्रष्टाचार का आरोप था और उनको जुलाई में सीबीआइ ने गिरफ्तार किया था.बीके बंसल को जानने वालों का कहना है कि उन्हें 9 लाख रुपये का रिश्वत लेने का आरोप था. इससे वह काफी दबाव में थे.