नयी दिल्ली (ब्यूरो) : लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बसपा में चुनाव पूर्व गंठबंधन को लेकर कसरत शुरू गयी है. दरअसल, बसपा में मायावती के बाद नंबर दो की हैसियत रखने वाले सतीश चंद्र मिश्र ने तीन जनवरी को कांग्रेस हाइकमान से मुलाकात की.
मिशन-2014 को लेकर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को मात देने के लिए कांग्रेस में गंठबंधन की संभावनाएं टटोली जा रही हैं. पहले कांग्रेस से गंठबंधन को लेकर बसपा इच्छुक नहीं थी, मगर यूपी में बदले हालात को देखते हुए मिश्र की कांग्रेस हाइकमान से मुलाकात के बाद गंठबंधन की कोशिशें दोनों तरफ से आगे बढ़ी हैं.
गंठबंधन की संभावनाओं को टटोल रही कांग्रेस की एंटनी समिति में शामिल एक वरिष्ठ नेता ने जानकारी दी कि यूपी में बसपा से गंठबंधन दोनों पार्टियों के लिए बेहतर हो सकता है. यूपी में दोनों पार्टियों का दलित-मुसलिम समीकरण विरोधी दलों को पटखनी दे सकता है.
* सपा से दोस्ती नहीं : कांग्रेस नेता ने बताया कि मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर सपा सरकार से दूरी बनाना व उसके खिलाफ आवाज बुलंद करना ही वहां कांग्रेस के लिए फायदेमंद साबित होगा.