नयी दिल्ली : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर भ्रमित और हताश होने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि उन्हें भाजपा के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का फैसला संघ ने लिया है और भाजपा ने केवल उस पर समर्थन जताया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा, यह स्पष्ट है कि यह फैसला संघ नेतृत्व ने लिया है जिसे सांस्कृतिक संगठन होने का दावा किया जाता है और भाजपा नेतृत्व ने इस पर सहमति जताई है. वे रुठे हैं लेकिन उन्हें इस फैसले को लेने के लिए बाध्य किया गया. गुजरात के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए शर्मा ने कहा कि मोदी ने राजनीतिक संवाद में कभी शिष्टता और गरिमा नहीं दिखाई.
उन्होंने कहा, वह कभी नम्र नहीं दिखाई दिये और वह राजनीतिक संवाद को बहुत निचले स्तर पर ले गये. शर्मा ने कहा कि मोदी ऐसे मंच से जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं जिनमें लाल किले और संसद की प्रतिकृति बनाई जाती है.
कांग्रेस नेता ने कहा, यह दिखाता है कि वह भ्रम में हैं, हताश हैं और मैं कह सकता हूं कि वह हमेशा प्रतिरुपों से खड़े होकर बोलेंगे और वास्तविक लाल किले से नहीं बोलेंगे तथा वास्तविक संसद को संबोधित नहीं करेंगे. मुजफ्फरनगर के दंगों के संबंध में शर्मा ने सभी वर्गों से एकता और सौहार्द बनाये रखने की अपील की.
बचाव पक्ष के वकील की टिप्पणी ‘अक्रोशित करने वाली’
वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने आज ने कहा है कि पिछले साल 16 दिसंबर के सामूहिक बलात्कार मामले में बचाव पक्ष के एक वकील की टिप्पणी ‘आक्रोशित करने वाली’ है. शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘उन्होंने जो कहा है कि वह आक्रोशित करने वाला है और इसकी निंदा की जानी चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया को इस वकील के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
शर्मा ने कहा, ‘‘इस तरह की बातें करके वकील ने इस आदर्श पेशे की गरिमा पर कुठाराघात किया है. न्याय होना था और न्याय दिया गया है.’’ बचाव पक्ष के वकील एपी सिंह ने टिप्पणी की है कि अगर उनकी बेटी शादी से पहले यौन संबंध बनाती और रात में अपने प्रेमी के साथ घूमती तो वह उसे जिंदा जला देते. वकील की इस आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर बहुत सारे संगठनों ने दिल्ली बार काउंसिल में शिकायत की.