लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि जहां एक ओर समाजवादी पार्टी सरकार आईएएस अधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल के निलंबन को अपनी बहादुरी बताने पर आमादा लगती है. इसके नेता झुंझलाहट में केंद्र सरकार को राज्य से आईएएस अधिकारियों को वापस बुला लेने की बात कर रहे हैं.प्रदेश भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रदेश सरकार दुर्गाशक्ति नागपाल के निलंबन मामले में अपनी गलती स्वीकार करने और सुधारने की बजाय उसे अपनी बहादुरी बताने पर आमादा लगती है.’’
पाठक ने कहा, ‘‘कल तक दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन पर पुनर्विचार की जरुरत बता रहे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने यूटर्न ले लिया है और अब आईएएस काडर के बिना भी उत्तर प्रदेश में सरकार चला लेने का दावा कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि कई मुद्दों पर अपने निर्णय बदल चुकी समाजवादी पार्टी सरकार आखिर किस दबाव में इस अधिकारी के गलत निलंबन पर अपना निर्णय बदलने को तैयार नहीं हो रही और उसे सही बताने पर आमादा है.
पाठक ने कतिपय सपा नेताओं द्वारा दुर्गाशक्ति के निलंबन का आधार बनाये गये नोएडा के कादरपुर गांव में मस्जिद की दीवार ढहाये जाने की तुलना बाबरी ढ़ांचे से किये जाने को आपत्तिजनक बताया और कहा है कि यह मुस्लिम तुष्टीकरण की पराकाष्ठा है.
महिला मोर्चा की अध्यक्ष कमलावती सिंह के नेतृत्व में पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने विधान भवन के सामने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय से मार्च निकाला और मगर वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने उन्हें आगे नहीं बढने दिया. भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं ने बहरहाल सरकार विरोधी नारेबाजी के बीच मुख्यमंत्री का पुतला फूंककर अपना आक्रोश जाहिर किया और दुर्गाशक्ति के निलंबन को खनन माफिया के दबाव में उठाया गया कदम बताकर मुख्यमंत्री की आलोचना की.