अगरतला: बांग्लादेश में एक इस्लामी नेता को मौत की सजा सुनाए जाने के बाद वहां हिंसा और हड़ताल के कारण अगरतला–ढाका बस सेवा प्रभावित हो गई है और त्रिपुरा सीमा के जरिए बांग्लादेश और भारत के बीच व्यापार बाधित हो गया है.
त्रिपुरा सड़क परिवहन निगम (टीआटीसी) के अधिकारियों ने बताया कि पड़ोसी देश में हड़ताल और हिंसा के बाद से ढाका और अगरलता के बीच बस सेवा बुधवार से बंद है. उन्होंने बताया कि राज्य के सीमा शुल्क केंद्रों (एलसीएस) विशेषकर अखौरा एलसीएस में त्रिपुरा और बांग्लादेश के बीच व्यापार बाधित हो गया है.
अगरतला निर्यातकों–आयातकों के संघ के महासचिव हबुल बिस्वास ने कहा कि हड़ताल के कारण अंतरराष्ट्रीय सीमा के दोनों ओर सैकड़ों ट्रक फंस गए हैं और इसके कारण दोनों देशों के आयातकों एवं निर्यातकों को भारी नुकसान हुआ है.
बिस्वास ने कहा, इस चौकी के जरिए कम से कम 200 ट्रक बांग्लादेश से भारत आते हैं और दोनों ओर से एक दिन में कम से कम 20 लाख का कारोबार होता है. यह सीमा शुल्क स्टेशन बांग्लादेश में बेनापोल के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण स्टेशन है. त्रिपुरा और बांग्लादेश की सीमा 856 किलोमीटर की दूरी में है जो कि राज्य की कुल सीमा का 85 प्रतिशत हिस्सा है. राज्य पड़ोसी देश के साथ पांच सीमा शुल्क स्टेशनों के जरिए कारोबार करता है.
बांग्लादेश में जमात–ए–इस्लामी के महासचिव अली एहसान मोहम्मद मुजाहीद को मृत्युदंड दिए जाने के बाद से पार्टी सोमवार से देश भर में विरोध प्रदर्शन और हड़ताल कर रही है.