रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार ने केंद्र सरकार से धान का समर्थन मूल्य 21 सौ रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग की है.
आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री चन्द्रशेखर साहू ने केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदम्बरम को पत्र लिखकर धान का समर्थन मूल्य 21 सौ रु प्रति क्विटंल करने की मांग की है.
अधिकारियों ने बताया कि कृषि मंत्री साहू ने केंद्रीय वित्त मंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा धान के समर्थन मूल्य में केवल 60 रुपए प्रति क्विटंल की वृद्धि नाकाफी है और यह छत्तीसगढ़ सहित देश के धान उत्पादक किसानों के साथ मजाक करने जैसा है.
उन्होंने कहा कि एक ओर जहां केंद्र सरकार की कृषक विरोधी नीतियों के कारण खाद्यान्न उत्पादन लागत में लगातार अनापेक्षित वृद्धि हो रही है वहीं दूसरी ओर इन सब की परवाह किए बगैर सरकार किसानों के हित विरोधी निर्णय लेते जा रही है. उन्होंने कहा कि इससे नई पीढ़ी को खेती किसानी से जोड़ना मुश्किल होता जा रहा है.
कृषि मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लागत मूल्य से भी कम समर्थन मूल्य घोषित करना संपूर्ण कृषि क्षेत्र के लिए प्रतिगामी कदम है. उन्होंने पत्र में उल्लेख किया कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए 19 सौ करोड़ रुपए धान उत्पादक किसानों को राज्य के बजट में बोनस के रुप में वितरित किया जा रहा है जिससे कम से कम उन्हें लागत मूल्य प्राप्त हो सके.
अधिकारियों ने बताया कि कृषि मंत्री साहू ने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा ने सर्वसम्मति से धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य दो हजार रुपये से अधिक निर्धारित करने की अनुशंसा भारत सरकार को भेजी है जो आज पर्यन्त विचार योग्य एवं सामयिक है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस संबंध में शीघ्र निर्णय लेना चाहिए.