जम्मू: केंद्रीय मंत्री फारुक अब्दुल्ला ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा को ‘‘नरम’’ की आज वकालत की ताकि दोनों देशों के संबंध सुधर सकें और दोनों तरफ के लोग मिल- जुल सकें.
यूरोप में नरम सीमा का जिक्र करते हुए केंद्रीय नवीन एवं अक्षय उर्जा मंत्री ने कहा, ‘‘इससे पूरे यूरोप का सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य बदल गया है और मैं कोई कारण नहीं देखता कि परस्पर विश्वास बहाल हो जाने पर भारत-पाक क्षेत्र प्रगति नहीं कर सकता.’’ फारुक ने कहा कि भारत-पाक के बीच मित्रता से खासकर जम्मू-कश्मीर को फायदा होगा.