नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने आज विपक्षी भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि मॉनसून सत्र समय पूर्व बुलाने की विपक्ष की मांग हास्यास्पद है क्योंकि इसने बजट सत्र को सहजता से नहीं चलने दिया है.
तिवारी ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘आपने बजट सत्र नहीं चलने दिया क्योंकि आपको लगा कि इस पर सस्ती राजनीति आपको कर्नाटक में मदद करेगी लेकिन आपको कर्नाटक में मुंह की खानी पड़ी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए वे लोग जिन्होंने बजट सत्र को चलने नहीं दिया, जिन्होंने संयुक्त संसदीय समिति का गठन करने की मांग को लेकर 2010 में शीतकालीन सत्र की आहुति दे दी, वे लोग अब मॉनसून सत्र की मांग कर रहे हैं. इससे अधिक हास्यास्पद कुछ नहीं हो सकता.’’ तिवारी ने कहा कि सरकार खाद्य सुरक्षा विधेयक को लेकर दृढ़ है.
उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा विधेयक को लाने का इरादा दृढ़ है. हमें 80 करोड़ भारतीयों को 3 रुपये प्रति किलोग्राम चावल और 2 रुपये प्रति किलोग्राम गेहूं तथा एक रुपये प्रति किलोग्राम मोटे अनाज मुहैया करना है. यह कैसे लागू होगा इस बारे में विकल्प खुले हुए हैं.’’ उन्होंने इस बारे में अध्यादेश लाए जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो सरकार को इससे रोकता हो.