Nagaland, Meghalaya, Tripura Election Result 2023 Updates in Hindi: मुश्किल दौर से गुजर रही कांग्रेस की हार का सिलिसला अब भी जारी है. अब कांग्रेस को पूर्वोत्तर के तीन राज्यों (त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय) के विधानसभा चुनावों में निराशा हाथ लगी है. कांग्रेस को त्रिपुरा में वाम दलों के साथ चुनाव लड़ने का प्रयोग भी विफल रहा और उसकी उम्मीद पर पानी फिर गया. उसने ऐसा ही प्रयोग 2021 के बंगाल विस चुनाव में भी किया था, जहां उसका खाता भी नहीं खुल पाया था. त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को तीन सीटें मिलीं, जहां वह 13 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. मेघालय में कांग्रेस को सिर्फ पांच सीटें ही मिलीं, जहां पिछले चुनाव में उसे 21 सीटें मिली थीं.
नगालैंड की बात करें तो यहां कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली है. वहीं, इस चुनावी नतीजों से भाजपा खुश है. त्रिपुरा और नगालैंड में भाजपा गठबंधन ने पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है, जबकि मेघालय में भाजपा की पुरानी सहयोगी एनपीपी सबसे बड़ी पार्टी बनी है. यहां भी भाजपा सरकार का हिस्सा बन सकती है.
टिपरा मोथा का क्या हुआ?
त्रिपुरा में भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 33 सीट जीतकर लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी की है. 2018 के चुनाव की तुलना में दोनों दलों को 10 सीट कम मिली हैं लेकिन स्पष्ट जनादेश के कारण नयी पार्टी टिपरा मोथा की मदद के बिना गठबंधन पांच साल तक शासन कर सकता है. टिपरा मोथा ने 13 सीट पर जीत दर्ज की. पूर्ववर्ती राजघराने के वंशज प्रद्योत किशोर देबबर्मा ने दो साल पहले टिपरा मोठा का गठन किया था. वाम-कांग्रेस गठबंधन ने 14 सीट हासिल कीं. देबबर्मा की पार्टी ने जनजातीय क्षेत्र में वाम दल के वोट में सेंध लगाई.
नगालैंड में टूटी परंपरा, पहली बार दो महिलाएं बनीं विधायक
नगालैंड विधानसभा में पहली बार दो महिलाएं चुन कर आयी हैं. दीमापुर तीन से एनडीपीपी की उम्मीदवार हेखानी जखालू और पश्चिमी अंगामी सीट से सलहूतु क्रूसे ने जीत दर्ज कर गुरुवार को इतिहास रच दिया. जखालू ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी लोजपा-रामविलास के अजेतो जिमोमी को 1,536 मतों के अंतर से हराया. वहीं, क्रुसे ने निर्दलीय केनिझाखो नखरो को सात वोट से हराया है. मालूम हो कि 1963 में नगालैंड राज्य बना, लेकिन वहां कोई महिला विधायक नहीं चुनी जा सकी थी. इस बार विधानसभा चुनाव में चार महिला उम्मीदवारों - हेखानी जखालू, सलहूतु क्रुसे, हुकली सेमा और रोजी थॉम्पसन ने चुनाव लड़ा था.
मोदी के नेतृत्व में भाजपा लोगों की पसंद : शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह पूर्वोत्तर के लिए एक ‘ऐतिहासिक दिन’ है. एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि शांति, विकास और समृद्धि के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा लोगों की पसंद है. शाह ने त्रिपुरा में पार्टी की सफलता को ‘विकास समर्थक राजनीति की जीत’ करार दिया और नगालैंड के लोगों को ‘शांति और प्रगति’ का चयन करने के लिए धन्यवाद किया.
2014 के बाद पूर्वोत्तर में भाजपा ने बदली तसवीर
पूर्वोत्तर के आठ में से सात राज्यों में भाजपा गठबंधन की सरकारें हैं. 2014 से पहले अरुणाचल को छोड़ कर अन्य राज्यों में भाजपा की सरकार नहीं थी. फिलहाल, मिजोरम को छोड़ कर पूर्वोत्तर के सात राज्यों में भाजपा या भाजपा गठबंधन की सरकार है.