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घर बैठे बनना चाहते हैं करोड़पति! अपनाएं ये रास्ता, सात महीने में 72,000 करोड़ रुपये का हुआ निवेश, जानें डिटेल

Hybrid Mutual Funds: हाइब्रिड म्यूचुअल फंड योजनाएं निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं. पिछले सात माह में निवेशकों ने इन योजनाओं में 72,000 करोड़ रुपये से अधिक डाले हैं. ऋण कोषों के लिए कराधान में बदलाव और अंतरपरण (आर्बिट्रेज) श्रेणी में भारी निवेश से उक्त योजनाओं को बढ़ावा मिला.

Hybrid Mutual Funds: आज के वक्त में कमाई के साथ भविष्य के लिए निवेश करना बहुत जरूरी है. मगर, महंगाई में बचत करना मुश्किल है. लोगों की चाहत होती है कि मुट्ठी भर निवेश करके पहाड़ के जितना रिटर्न चाहते हैं. इससे उनकी कमाई का प्रोफाइल और मजबूत हो. ऐसे में, हाइब्रिड म्यूचुअल फंड योजनाएं निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं. पिछले सात माह में निवेशकों ने इन योजनाओं में 72,000 करोड़ रुपये से अधिक डाले हैं. ऋण कोषों के लिए कराधान में बदलाव और अंतरपरण (आर्बिट्रेज) श्रेणी में भारी निवेश से उक्त योजनाओं को बढ़ावा मिला है. हाइब्रिड म्यूचुअल फंड योजनाएं आमतौर पर इक्विटी और बॉन्ड प्रतिभूतियों में और कभी-कभी सोने जैसी अन्य परिसंपत्ति श्रेणियों में भी निवेश करती हैं. इसी महीने बॉन्ड कोषों के लिए कराधान में बदलाव के बाद अप्रैल से यह श्रेणी नियमित निवेश आकर्षित कर रही है. हाइब्रिड कोष मध्यम या कम जोखिम वाले निवेशकों की पसंद हैं. इसमें बेहतर तरीके से पैसे निवेश करके आप एक बड़ा फंड जमा कर सकते हैं.

मार्च में हुई थी बड़ी निकासी

इससे पहले, मार्च में हाइब्रिड म्यूचुअल फंड योजनाओं से 12,372 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई थी. भारतीय म्यूचुअल फंड एसोसिएशन (एम्फी) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में हाइब्रिड योजनाओं में 9,907 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. अप्रैल-सितंबर में इस श्रेणी ने 62,174 करोड़ रुपये आकर्षित किए थे. इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में कुल निवेश 72,081 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. आंकड़ों से पता चलता है कि इन 72,081 करोड़ रुपये में सबसे अधिक 48,978 करोड़ रुपये आब्रिट्रेज श्रेणी में डाले गए.

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हाइब्रिड म्यूचुअल फंड क्या है

हाइब्रिड म्यूचुअल फंड एक तरह का विशेष म्यूचुअल फंड है. जो कम जोखिम वाले निवेशकों के प्रोफाइल में एड किया जाता है. ये एक संयोजित निवेश उत्पन्न करने के लिए अंशकरण की जाने वाली दो या दो से अधिक विभिन्न निवेश विधियों का संयोजन करता है. इसमें आमतौर पर एक साथ शेयर्स और डेबेंचर्स होते हैं, जिससे यह एक संतुलित पोर्टफोलियो बनाता है. हाइब्रिड म्यूचुअल फंड का मुख्य उद्देश्य निवेशकों को एक ही इंवेस्टमेंट में अच्छे रिटर्न के साथ सुरक्षा भी प्रदान करना है. इसमें निवेश करने का लाभ यह है कि निवेशकों को एक संतुलित पोर्टफोलियो के माध्यम से शेयर मार्केट के उतार-चढ़ाव का सामना करने का अवसर मिलता है, जबकि वह डेबेंचर्स के माध्यम से निवेश करके निर्धारित आय का भी उपाय कर सकते हैं. हाइब्रिड म्यूचुअल फंड का एक और लाभ यह है कि इसमें निवेशकों को अपने निवेश को विभिन्न सुयोजनों और अर्थात शैलियों में विभाजित करने का एक आसान तरीका मिलता है.

हाइब्रिड म्यूचुअल फंड के क्या फायदें हैं

हाइब्रिड म्यूचुअल फंड के कई फायदे हो सकते हैं. जो निवेशकों को एक संतुलित और सुरक्षित निवेश का अवसर प्रदान करते हैं.

  • संतुलित पोर्टफोलियो: हाइब्रिड म्यूचुअल फंड एक संतुलित पोर्टफोलियो प्रदान करने का प्रयास करते हैं, जिसमें शेयर्स और डेबेंचर्स जैसी विभिन्न निवेश विधियाँ होती हैं. इससे निवेशकों को शेयर मार्केट के उतार-चढ़ाव से बचाव होता है और वह सुरक्षित निवेश का लाभ उठा सकते हैं.

  • रिटर्न की वृद्धि: हाइब्रिड फंड्स के रिटर्न की वृद्धि का आधार उनके विभिन्न निवेश स्रोतों में संतुलिती पर होता है. यह निवेशकों को उच्च रिटर्न की संभावना प्रदान कर सकता है, तो यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है जो अधिक रिस्क उठा सकते हैं लेकिन उच्च रिटर्न की आशा कर रहे हैं.

  • रिस्क कम करना: हाइब्रिड म्यूचुअल फंड विभिन्न निवेश विकल्पों का संयोजन करके निवेशकों को रिस्क कम करने का अवसर प्रदान कर सकते हैं. डेबेंचर्स जैसे सुरक्षित निवेश स्रोत निवेशकों को नुकसान से बचा सकते हैं जबकि शेयर्स जैसे एकाधिक रिटर्न वाले निवेश स्रोत निवेशकों को मार्केट के उतार-चढ़ाव से लाभ प्रदान कर सकते हैं.

  • लिक्विडिटी: हाइब्रिड फंड्स में निवेशकों को आसानी से निकासी का विकल्प होता है, जिससे वे अपने पैसे को बगैर बहुत टार्म की बंदिशों के निकासी कर सकते हैं.

  • विभिन्न निवेश विकल्पों की एकीकृत पहचान: हाइब्रिड म्यूचुअल फंड निवेशकों को विभिन्न निवेश विकल्पों की एकीकृत पहचान प्रदान करते हैं, जिससे वे अपने निवेशों को एक ही स्थान से ट्रैक कर सकते हैं.

म्यूचुअल फंड कैसे खरीदें

म्यूचुअल फंड्स खरीदने के लिए सबसे पहले, आपको यह निर्धारित करना होगा कि आपका निवेश का उद्देश्य क्या है. क्या आप लंबे समय तक निवेश करना चाहते हैं या फिर छोटे समय के लिए? अब, जब आपने निवेश के उद्देश्यों को स्पष्ट कर लिया है, तो आपको ऐसे म्यूचुअल फंड का चयन करना होगा जो आपकी आवश्यकताओं और रिस्क टोलरेंस के साथ मेल खाता है. इसके लिए आपको वित्तिय सलाहकारों की मदद लेनी चाहिए. म्यूचुअल फंड्स को निकालने और खरीदने के लिए आपको किसी इस्सुइंग एंटिटी का चयन करना होगा. इसके लिए आप विभिन्न एसेट मैनेजमेंट कंपनियों की रिसर्च कर सकते हैं और उनके निवेश फंड की प्रदान की जाने वाली और निवेश फंड विवरण को देख सकते हैं. निवेश करने के लिए आपको कुछ दस्तावेज की आवश्यकता हो सकती है, जैसे कि पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाता आदि. म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने के लिए आप ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं या आपकी नजदीकी इन्वेस्टमेंट एजेंसी या बैंक के माध्यम से भी निवेश कर सकते हैं. निवेश के लिए आपका बजट तय करें और इसे अपनी वित्तीय स्थिति के हिसाब से ही निर्धारित करें. आपको निवेश करने का एक अनुसूची तैयार करनी चाहिए और नियमित अंतराल से अपने निवेश की प्रगति को मॉनिटर करना चाहिए.

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