नयी दिल्ली : वित्त मंत्रालय ने बुधवार को दावा किया है कि पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के 11,300 करोड़ रुपये के घोटाले को लेकर जतायी जा रही आशंकाओं को खारिज किया. उसने कहा कि यह मामला ‘नियंत्रण के बाहर’ नहीं है. इस बारे में उचित कार्रवाई की जा रही है. वित्तीय सेवा विभाग में संयुक्त सचिव लोक रंजन ने यहां एक कार्यक्रम के मौके पर अलग से कहा कि मुझे नहीं लगता कि यह नियंत्रण से बाहर या इस समय कोई बड़ी चिंता की बात है.
Govt has taken note of it, certain steps are being taken. It is not in my domain and it is not right for me to comment on it further : Lok Ranjan, Joint Secretary, DFS on PNB- Nirav Modi fraud case pic.twitter.com/Yx0kSmy01m
— ANI (@ANI) February 14, 2018
इससे पहले दिन में पीएनबी ने खुलासा किया कि उसने कुछ धोखाधड़ी वाले लेन-देन का पता लगाया है. ये लेनदेन 1.171 अरब डॉलर या करीब 11,334.4 करोड़ रुपये के हैं. वसूली के लिए यह मामला विधि प्रवर्तन एजेंसियों को भेज दिया गया है. बैंक ने कहा कि इन लेन-देन के आधार पर अन्य बैंकों ने संभवत: कुछ ग्राहकों को विदेशों में ऋण दिया है. इस मामले को पहले ही विधि प्रवर्तन एजेंसियों को भेज दिया गया है, जिससे दोषियों के खिलाफ कानून के हिसाब से कार्रवाई हो सके.
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बैंक ने कहा कि वह स्वच्छ और पारदर्शी बैंकिंग को लेकर प्रतिबद्ध है. 10 दिन से भी कम के समय में यह बैंक धोखाधड़ी का दूसरा मामला सामने आया है. इससे पहले पांच फरवरी को सीबीआई ने अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी, उनकी पत्नी, भाई और एक व्यापारिक भागीदार के खिलाफ वर्ष 2017 में पीएनबी के साथ 280.70 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था.
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