बिहार के बेतिया से मंगलपुर तक करीब 69 किमी लंबाई में एनएच को फोरलेन बनाया जायेगा. इस सड़क की चौड़ाई बढ़ने से बेतिया से गोपालगंज होकर उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी बेहतर हो जायेगी. साथ ही बड़े वाहनों की भी आवाजाही हो सकेगी. बेतिया से गोपालगंज की दूरी करीब 80 किमी कम हो जायेगी. इसके साथ ही बेतिया स्टेशन चौक पर एनएच-727 पर फ्लाइ ओवर का निर्माण होगा. इससे बेतिया शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी. यह दोनों निर्माण कार्य 2024 में शुरू होने की संभावना है. इसे लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने सड़क और फ्लाइ ओवर बनाने की डीपीआर के लिए कंसल्टेंसी के चयन के लिए टेंडर जारी किया है.
सूत्रों के अनुसार गोपालगंज से मंगलपुर तक सड़क की प्रक्रिया चल रही है. मंगलपुर में गंडक नदी पर पुल है. मंगलपुर पुल के दूसरी तरफ से बेतिया तक जाने के लिए सड़क की चौड़ाई बहुत कम है. ऐसे में बेतिया से गोपालगंज और वहां से उत्तर प्रदेश की तरफ जाने वाले बड़े वाहनों को मोतिहारी से होकर लंबे रास्ते के माध्यम से जाना पड़ता था. अब बेतिया से मंगलपुर तक एनएच की चौड़ाई बढ़ने से बेतिया और गोपालगंज जाने के वाहनों को अब 125 किमी की जगह केवल 45 किमी की दूरी तय करनी पड़ेगी. ऐसे में समय और ईंधन की बचत होगी.
मुंगेर से मिर्जाचौकी फोरलेन एनएच निर्माण की गति धीमी होने से इस मार्ग से होकर गुजरने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसमें सड़क निर्माण शुरू हो चुका है, लेकिन कई जगह मिट्टी भराई का काम अधूरा है. यह ग्रीनफील्ड कॉरिडोर करीब 124 किमी लंबाई में करीब 5788 करोड़ रुपये की लागत से चार पैकेज में बन रहा है. इसका निर्माण जनवरी 2025 में पूरा करने का लक्ष्य है. इस परियोजना को लेकर पिछले दिनों पटना हाइकोर्ट ने भी निर्माण कार्य तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया था. इस सड़क के बनने से झारखंड और बंगाल से अंतरराज्यीय परिवहन सेवा भी शुरू हो सकेगी. साथ ही मुंगेर, जमुई, बांका, खगड़िया, बेगूसराय, लखीसराय आदि जिलों के लोगों को काफी फायदा होगा.
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पटना रिंग रोड के निर्माण के लिए शेरपुर-कन्हौली के बीच जमीन अधिग्रहण को लेकर जिला प्रशासन द्वारा जमीन का ब्योरा एनएचएआइ को उपलब्ध कराया गया है. एनएचएआइ से जमीन अधिग्रहण को लेकर ब्योरा प्रकाशन नहीं होने से अधिग्रहण में देरी हो रही है. इससे रिंग रोड के निर्माण में भी असर पड़ रहा है. एनएचएआइ से अधियाचना मिलने के बाद जिला प्रशासन संबंधित जमीन अधिग्रहण के लिए नोटिफिकेशन जारी करेगा. आधिकारिक सूत्र ने बताया कि पटना रिंग रोड के निर्माण के लिए शेरपुर-कन्हौली के बीच 12 मौजा में लगभग 186 एकड़ जमीन अधिग्रहण होना है. पटना रिंग रोड का हिस्सा कन्हौली-शेरपुर के बीच लगभग नौ किलोमीटर में है.
सूत्र ने बताया कि पटना रिंग रोड का निर्माण ग्रीन फिल्ड में होना है. इसके लिए जिला प्रशासन की एक्सपर्ट कमेटी ने जमीन चिह्नित कर उसका ब्योरा तैयार कर एनएचएआइ को उपलब्ध करा दिया है. फोरलेन सड़क बनाने के लिए बिहटा अंचल व मनेर अंचल के छह-छह गांवों में जमीन अधिग्रहण होना है. बिहटा अंचल में 79 एकड़ व मनेर अंचल में 107 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होगा. बिहटा अंचल के वाजीदपुर, पैनाल, कन्हौली, परखोतिमपुर कोठी, मुस्तफापुर व हीरामनपुर गांव शामिल है. वहीं, मनेर अंचल के मुस्तफापुर मौली, रसूलपुर बिजैगोपाल, हरशंकरपुर नरहन्ना, रसूलपुर बिजैगोपाल मिलकी, बलुआ व संतर गांव शामिल है. जिला प्रशासन के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि रिंग रोड निर्माण के लिए रैयतों से जमीन अधिग्रहण के लिए एनएचएआइ से प्रकाशन का इंतजार हो रहा है.
बता दें कि बिहार में कई सड़क परियोजनाओं का काम अभी पूरा होना बाकि है. इस बीच केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी 5 जनवरी को बिहार की कई सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. पटना-गया-डोभी नेशनल हाइवे का लोकार्पण किया जाएगा. यानी अब इस हाइवे पर गाड़ियां दौड़नी शुरू हो जाएगी.