चेन्नई. डीएमके ने तमिलनाडु विधानसभा में पलानीसामी का विरोध करने का फैसला किया है. वहीं कांग्रेस अपना स्टैंड कल साफ करेगी. कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि पार्टी पलानीसामी के विश्वासमत पर कल फैसला करेगी. कल शनिवार को पलानीसामी को विधानसभा की पटल पर विश्वासमत का प्रस्ताव लाना है और सरकार में बने रहने के लिए बहुमत साबित करना है.
विधानसभा में विश्वासमत के दाैरान पार्टी के स्टैंड को लेकर डीएमके की शुक्रवार की शाम बैठक हुई. बैठक के बाद पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने पलानीसामी के खिलाफ वोट करने का ऐलन किया. उन्होंने कहा, अगर तमिलनाडु के सीएम कल विश्वास मत मांगेंगे, तो विधानसभा में हमारे 76 विधायक उनके विरोध में वोट करेंगे. उन्होंने कहा, तमिलनाडु में राजनीतिक अस्थिरता से हर कोई बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
If he(TN CM) seeks vote of confidence tomorrow,we will oppose him in the assembly. Our 89 MLAs will vote against him:MK Stalin,DMK pic.twitter.com/ZFdkA3AI6A
— ANI (@ANI) February 17, 2017
इससे पहले शुक्रवार की दोपहर में एडीएमके की नेता कनिमाेझी ने कहा था कि डीएमके ने साफ कर दिया है कि वह फ्लोर टेस्ट के न तो समर्थन में है, न विरोध में. उन्होंने कहा था कि हम इसमें हिस्सा नहीं लेंगे.
DMK has made it very clear that we'll not be against/for it; we'll not be participating: Kanimozhi, DMK on Assembly floor test pic.twitter.com/wKyX04z5RG
— ANI (@ANI) February 17, 2017
उधर कांग्रेस के प्रदेश एस थिरुनावुक्कारसर ने कहा है कि पार्टी हाइकमान को हमने अपने रुख से अवगत करा दिया है. उनके दिशा-निर्देश का हम इंतजार कर रहे हैं, लेकिन हमारे सभी 8 विधायक विश्वास मत में भाग लेंगे.
Conveyed our stand to leadership,waiting for their direction,but all our 8 MLAs will attend trust vote:S Thirunavukkarasar,TN Congress chief pic.twitter.com/CiqQZ7xjWf
— ANI (@ANI) February 17, 2017
उधर एआइएडीएमके के ओ पन्नीरसेल्वम खेमे के सदस्यों ने कांफिडेंस वोट से एक दिन पहले आज राज्य विधानसभा के अध्यक्ष पी धनपाल से मुलाकात की. पन्नीरसेल्वम समर्थक पलानीसामी के विरोध में लगातार प्रदर्शन कर रहे है. पन्नीरसेल्वम ने तमिलनाडु पुलिस को पत्र लिख कर कहा कि विरोध-प्रदर्शन करने वालों को गिरफ्तार न किया जाये.
एआइएडीएमके के पन्नीरसेल्वम गुट ने विश्वासमत से एक दिन पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीसामी को पार्टी से ही निकाल दिया. पन्नीरसेल्वम गुट के ई मधुसूदन ने शुक्रवार को पहले शशिकला और उनके दोनों रिश्तेदारों डिप्यूटी जनरल सेक्रेटरी दिनकरन एवं वेंकटेश को पार्टी से निकाला. बाद में उन्होंने मुख्यमंत्री पलानीसामी और 13 जिलों के पार्टी सचिवों को भी बरखास्त कर दिया.
AIADMK Presidium Chairman Madhusudhanan(#OPS camp)sacks 13distt secys inclg CM Edappadi Palaniswami,who's Salem's distt secy also.(File Pic) pic.twitter.com/jCMDSZNX5F
— ANI (@ANI) February 17, 2017
इस पर पटलवार करते हुए शशिकला गुट के नेता और तमिलनाडु के मंत्री के ए सेनगोट्टायान ने इस कार्रवाई को खारिज किया है. उन्होंने कहा, पार्टी के नियमों के अनुसार, उन्हें (के ई मधुसूदन) को जनरल सचिव (शशिकला) को हटाने की शक्ति है.
According to party rules, he(Madhusudanan) has no power to remove General Secy(#VKSasikala): Tamil Nadu Minister KA Sengottayan pic.twitter.com/XZFLLI4bDE
— ANI (@ANI) February 17, 2017
234 निर्वाचित सदस्यों वाली राज्य विधानसभा में एआएडीएमके के 134 सदस्य हैं. सरकार बनाने के लिए 118 विधायकों का समर्थन चाहिए. कुर्सी के लड़ाई में कुछ विधायक पन्नीरसेल्पव के साथ हो गये, लेकिन उनकी संख्या अब तक दहाई में नहीं पहुंची है. उन्हें इस बात का विश्वास है कि सदन के पटल पर जब पलानीसामी के विश्वास मत साबित करने का समय आयेगा, तो कुछ और विधायक उनके पक्ष में आ जायेंगे. इससे भले उनकी सत्ता में वापसी नहीं होगी, मगर पलानीसामी की कुर्सी चली जायेगी. इस लड़ाई को अंजाम देने में वह हर चाल चल लेना चाहते हैं.