इंचियोन: भारतीय हॉकी टीम ने 12 साल बाद एक बार फिर इतिहास दोहराया है. भारत ने कोरिया को हराकर 12 साल में पहली बार एशियाई खेलों की पुरुष हाकी स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाई. आकाशदीप सिंह के शानदार मैदानी गोल की मदद से भारत फाइनल में जगह बनाने में सफल रहा.
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एशियन गेम : भारतीय हॉकी टीम फाइनल में पहुंची, 12 साल बाद दोहराया इतिहास
इंचियोन: भारतीय हॉकी टीम ने 12 साल बाद एक बार फिर इतिहास दोहराया है. भारत ने कोरिया को हराकर 12 साल में पहली बार एशियाई खेलों की पुरुष हाकी स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाई. आकाशदीप सिंह के शानदार मैदानी गोल की मदद से भारत फाइनल में जगह बनाने में सफल रहा. पहले दो क्वार्टर […]
पहले दो क्वार्टर में कोई गोल नहीं होने के बाद आकाशदीप ने 44वें मिनट में भारत को 1-0 की बढत दिलाई जो निर्णायक साबित हुई. पिछली बार 2002 बुसान एशियाई खेलों के फाइनल में जगह बनाने वाली भारतीय पुरुष हाकी टीम अब फाइनल में गुरुवार को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान और मलेशिया के बीच होने वाले सेमीफाइनल की विजेता से भिडेगी.
भारतीय टीम ने शुरुआत से ही मैच में दबदबा बनाए रखा और नियंत्रण में दिखी जबकि कोरियाई टीम भारतीय डिफेंस को छकाने में नाकाम रही. भारतीय टीम ने लगातार कोरियाई टीम पर हमले बोले जबकि विरोधी टीम ऐसा करने में नाकाम रही.
भारत को गोल करने का पहला मौका पांचवें मिनट में मिला लेकिन एसवी सुनील के पास को धर्मवीर सिंह अपने कब्जे में लेने में नाकाम रहे जबकि उन्हें सिर्फ विरोधी गोलकीपर म्युंगहो ली को छकाना था.
दूसरे क्वार्टर के तीसरे मिनट में भारत को लगातार दो पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन गोलकीपर ली ने वी रघुनाथ के हमलों को नाकाम कर दिया. रमनदीप सिंह और गुरविंदर सिंह चांडी ने एक बार फिर निराश किया लेकिन बीरेंद्र लाकडा, रघुनाथ, मनप्रीत सिंह और रुपिंदर पाल सिंह की रक्षापंक्ति ने ठोस खेल दिखाया.
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