Advertisement
तीन नगर निगमों के चुनाव की मतगणना स्थगित
कोलकाता/आसनसोल/सिलीगुड़ी. राज्य चुनाव आयोग ने िवधाननगर, हावड़ा-बाली नगर निगम के 16 वार्डों और आसनसोल नगर निगम के चुनाव की मतगणना स्थगित कर दी है. शनिवार को हुए मतदान में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायतें मिलने के बाद आयोग ने रविवार को मतगणना स्थगित करने का फैसला िलया. सात अक्तूबर को वोटों की गिनती होने […]
कोलकाता/आसनसोल/सिलीगुड़ी. राज्य चुनाव आयोग ने िवधाननगर, हावड़ा-बाली नगर निगम के 16 वार्डों और आसनसोल नगर निगम के चुनाव की मतगणना स्थगित कर दी है. शनिवार को हुए मतदान में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायतें मिलने के बाद आयोग ने रविवार को मतगणना स्थगित करने का फैसला िलया. सात अक्तूबर को वोटों की गिनती होने वाली थी. हालांकि सिलीगुड़ी महकमा परिषद के चुनाव की मतगणना निर्धारित तिथि सात अक्तूबर को ही होगी.
राज्य चुनाव आयोग के आयुक्त सुशांत रंजन उपाध्याय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मतदान के दौरान गड़बड़ी से संबंधित कई शिकायतें मिली हैं.
आयोग मतदान केंद्रों में लगाये गये सीसीटीवी फुटेज और मतदान कवरेज के लिए गये मीडिया कर्मियों द्वारा की गयी वीडियो रिकॉर्डिंग की जांच करेगा. जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती है, मतगणना स्थगित रहेगी. उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया 16 अक्तूबर तक खत्म करने की घोषणा की गयी थी. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि यह तिथि परिवर्तित नहीं की जा सकती है. आयोग को मिली शिकायतों में सत्तारूढ़ दल के दो नेताओं के खिलाफ हिंसा व गड़बड़ी फैलाने का आरोप लगा है. इस मुद्दे पर आयुक्त ने कहा कि वीडियो रिकॉर्डिंग की जांच, पर्यवेक्षकों व प्रशासनिक अधिकारियों की तमाम रिपोर्ट के आधार पर होने वाली तफ्तीश के बाद ही आयोग अगला कदम उठायेगा. गौरतलब है िक बम विस्फोट, फायरिंग, बूथ कब्जा, हिंसक घटनाओं के बीच शनिवार को आसनसोल नगर निगम के 106 वार्डों, हावड़ा नगर निगम (बाली) के 16 वार्डों तथा विधाननगर नगर निगम के 41 वार्डों के लिए मतदान हुआ था.
विपक्षी पार्टियों ने मांग की है कि चुनावों को रद्द कर दिया जाये और नये सिरे से चुनाव कराये जायें.पुनर्मतदान के बारे में पूछे गये एक सवाल पर उपाध्याय ने कहा, ‘इस मौके पर पुनर्मतदान का आदेश देने का कोई सवाल नहीं है. रिपोर्टों और वीडियो फुटेज पर गौर करने के बाद हम कोई फैसला करेंगे.’ उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी महकमा परिषद के वार्डों की मतगणना निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होगी.
इस बीच, माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम ने कहा, ‘बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्ट कारनामों और हिंसा के मद्देनजर हम विधाननगर और आसनसोल निगमों में सभी मतदान केंद्रों पर फिर से चुनाव कराने की मांग करते हैं.’ सलीम ने कहा, ‘पूरी चुनावी प्रक्रिया ही छलावा साबित हुई. राज्य चुनाव आयोग का दायित्व होता है कि वह स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराये, लेकिन आयोग अपने कर्तव्य पालन में नाकाम रहा.’माकपा हिंसा के लिए जिम्मेदार है. हताशा की वजह से यह पूर्व नियोजित हिंसा थी क्योंकि वह जानती है कि चुनाव में वह पराजित हो जायेगी. माकपा नेता गौतम देव ने धमकी दी थी कि चुनाव के लिए चार से पांच हजार लोगों को बाहर से लाया जायेगा.
सुब्रत मुखर्जी, पंचायत मंत्री
राज्य चुनाव आयोग की ओर से विधाननगर, आसनसोल व हावड़ा-बाली नगर निगमों के चुनाव की मतगणना स्थगित रखने की घोषणा पर्याप्त नहीं है. हम देखना चाहते हैं कि राज्य चुनाव आयोग अंत में क्या करता है.
सूर्यकांत मिश्रा, िवपक्ष के नेता
Advertisement