चलते फिरते क्रेमलिन और अभेद्य रथ, पुतिन के जहाज और कार की खासियतें जानकर चौंक जाएंगे आप
Vladimir Putin's Presidential Plane and Car: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली पहुंचेंगे. यह यात्रा कई दृष्टियों से खास है, एक तो यह उनकी चार साल बाद भारत की पहली यात्रा है और दूसरा यह रूस के 2022 में यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू होने के बाद उनका पहला भारतीय दौरा है. उनकी इस यात्रा के दौरान उनका जहाज और कारें फिर से चर्चा में आ गए हैं, जो एक तरह के फ्लाइंग क्रेमलिन और अभद्ध बख्तरबंद किला हैं.
Vladimir Putin’s Presidential Plane and Car: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए लगभग 30 घंटे की संक्षिप्त लेकिन अहम यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचेंगे. यह उनकी चार वर्षों में पहली भारत यात्रा होगी और 2022 में यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के बाद की पहली मुलाकात. इस वजह से इसकी बड़ी रणनीतिक अहमियत मानी जा रही है. यात्रा से पहले पुतिन ने उम्मीद जताई कि दोनों देशों के रिश्ते नई ऊंचाईयों पर पहुंचेंगे. पुतिन की यात्रा के साथ उनके हवाई जहाज और कार की चर्चाएंं भी जोरों पर हैं. उनकी सुरक्षा और शक्ति के दो प्रमुख प्रतीक हमेशा उनके साथ होते हैं, उनका हाई-टेक, कस्टमाइज्ड राष्ट्रपति विमान ‘फ्लाइंग क्रेमलिन’ और उनकी भारी बख्तरबंद लिमोजिन Aurus Senat. पुतिन दुनिया के सबसे सुरक्षित परिवेश में यात्रा करने वाले नेताओं में शामिल हैं. भारत यात्रा के दौरान भी ये दोनों प्रतीक दुनिया की निगाहों को अपनी ओर खींचेंगे. तो आइए जानते हैं इनके बारे में…
फ्लाइंग क्रेमलिन: आसमान में चलता ‘मोबाइल कमांड सेंटर’
पुतिन का आधिकारिक विमान Ilyushin Il-96-300PU सोवियत जमाने की एक मजबूत इंजीनियरिंग विरासत है. 1980 के दशक में Ilyushin Design Bureau द्वारा Il-86 के उत्तराधिकारी के रूप में विकसित किए गए इस विमान की पहली उड़ान 1988 में हुई थी. 1993 में इसे आधिकारिक रूप से उपयोग में लाया गया. इसमें चार शक्तिशाली Aviadvigatel PS-90A टर्बोफैन इंजन हैं, जिनमें से हर एक 35,000 पाउंड का थ्रस्ट पैदा करता है, जिससे यह लंबी दूरी की उड़ानों के लिए बेहद उपयुक्त बनता है.
इसका राष्ट्रपति संस्करण Il-96-300PU (PU यानी कमांड पोस्ट) 2000 के दशक की शुरुआत में तैयार किया गया था. इसे रूस के शीर्ष नेतृत्व की जरूरतों के हिसाब से इस तरह डिजाइन किया गया है कि किसी भी आपात स्थिति में यह एक उड़ता हुआ कमांड सेंटर बन सके. विमान में सुरक्षित और एन्क्रिप्टेड संचार प्रणाली है, मिसाइल डिफेंस काउंटरमेजर्स लगे हैं और आवश्यकता पड़ने पर रणनीतिक परमाणु आदेश देने की क्षमता भी मौजूद है.
तकनीकी रूप से यह विमान आधुनिक नेविगेशन और सुरक्षा मानकों का संयोजन है. इसमें ग्लास कॉकपिट, छह मल्टी-फंक्शन डिस्प्ले, फ्लाय-बाय-वायर सिस्टम और विंगलेट्स के साथ इसे और अधिक प्रभावी बनाया गया है. अंदर से इसका माहौल बिल्कुल किसी राजमहल जैसा है.
पुतिन के लिए इसमें मीटिंग रूम, प्राइवेट ऑफिस, बेडरूम, शानदार लकड़ी की कारीगरी, सोने की परत वाले इंटीरियर और आधुनिक सुविधाओं का पूरा सेटअप है. दो-क्लास लेआउट में यह विमान 262 यात्रियों को ले जाने की क्षमता रखता है. सुरक्षा, तकनीक और विलासिता का यह अनूठा मिश्रण ही इसे फ्लाइंग क्रेमलिन और एक चलता ‘मोबाइल क्रेमलिन’ बनाता है.
Aurus Senat: सड़क पर चलता बख्तरबंद किला
पुतिन की कार Aurus Senat रूस की स्वदेशी इंजीनियरिंग क्षमता और राजनीतिक संदेश का प्रतीक है. इसे “रशियन रोल्स-रॉयस” कहा जाता है. भारी बख्तरबंद बॉडी, 6 सेंटीमीटर मोटा बुलेट-रेसिस्टेंट ग्लास, ब्लैकआउट विंडो, और अत्याधुनिक सुरक्षा फीचर्स इसकी विशेषता हैं. Aurus ब्रांड का नाम ‘Aurum’ (सोना) और ‘Rus’ (रूस) के मिश्रण से लिया गया है. इस कार से पहले पुतिन Mercedes-Benz S600 Guard Pullman का उपयोग करते थे, लेकिन विदेशी निर्भरता कम करने के उद्देश्य से रूस ने ‘Kortezh Project’ शुरू किया और पूरी तरह घरेलू तकनीक पर आधारित बख्तरबंद वाहनों की सीरीज़ तैयार की.
रफ्तार की रानी पुतिन की Aurus Senat
7 टन वजनी Aurus Senat का 4.4-लीटर ट्विन-टर्बो V8 इंजन लगभग 598 hp की ताकत देता है, जिसे 9-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ जोड़ा गया है. यह लगभग छह सेकंड में 0 से 100 किमी/घंटा की गति पकड़ लेता है और इसकी टॉप स्पीड करीब 249 किमी/घंटा है. इस कार का एक V12 हाइब्रिड मॉडल पर भी काम चल रहा है, जो रूस के लक्जरी वाहन उद्योग की बढ़ती महत्वाकांक्षा को दिखाता है.
सुरक्षा ऐसी कि परिंदा भी पर न मार पाए
सुरक्षा के लिहाज से यह कार एक चलते-फिरते किले के समान है. यह आर्मर-पियर्सिंग राउंड्स, ग्रेनेड हमला और विभिन्न विस्फोटों को सहने में सक्षम है. इसमें रन-फ्लैट टायर्स (पंचर होने पर भी कई किलोमीटर तक चल सकेगी), स्वतंत्र ऑक्सीजन सप्लाई (रासायनिक हमले के दौरान), फायर सप्रेशन सिस्टम, आपातकालीन निकासी के विकल्प और एक मिनी कमांड सेंटर जैसी सुविधाएँ हैं. इसका कवच VR10 बैलिस्टिक मानक पूरा करता है, जो दुनिया में सबसे अधिक सुरक्षा स्तरों में से एक है. माना जाता है कि यह गैस हमले से बचाव कर सकता है, इसके लिए इसमें एयर प्यूरीफिकेशन सिस्टम लगा है.
मार्केट में बहुत रेयर, किम जोंग को मिल चुका है गिफ्ट
इसमें प्रीमियम लेदर, लकड़ी की फिनिशिंग, रेक्लाइनिंग सीट, मसाज सिस्टम और मनोरंजन के लिए आधुनिक सिस्टम लगा है. 2021 से इसका उत्पादन येलाबुगा में किया जा रहा है. यह मॉडल कई अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में दिख चुका है और 2024 में रूस ने इसका एक मॉडल उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को भी भेंट किया था. नागरिक संस्करण भी उपलब्ध है, लेकिन उत्पादन बहुत सीमित है. इसकी साल में सिर्फ 120 यूनिट तैयार की जाती है.
पुतिन के साथ दूसरे जहाज में करती है सफर
इसक कार की शुरुआती कीमत करीब 2.5 करोड़ रुपये पड़ती है. यह केवल रूसी सरकार के राष्ट्रपति या गवर्नमेंट अधिकारियों के लिए ही बनाया जाता है. इसकी डिजाइन और मॉडर्न टेक्नोलॉजी, शानदार सेफ्टी की वजह से इसे एक आकर्षक अभेद्द किला माना जाता है. यह पुतिन के हर विदेशी यात्रा में साथ ही जाती है. इसके लिए पुतिन के आधिकारिक विमान Ilyushin Il-96-300PU के साथ एक जहाज चलता है. इसके लिए Ilyushin Il-76 का उपयोग किया जाता है. क्योंकि विदेशों में पुतिन की सुरक्षा रूस का सबसे अहम काम होता है.
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