‘सुदर्शन चक्र’ का नाम ही काफी! भारत की यह मिसाइल दुश्मनों को कर देगी तबाह, पुतिन के दूत ने किया बड़ा ऐलान
Russia Strengthens Strategic Ties India: रूस ने भारत के साथ रणनीतिक संबंधों को मजबूत बताया, पश्चिमी आलोचना को खारिज किया. पीएम मोदी ने सुदर्शन चक्र और प्रोजेक्ट कुशा के माध्यम से देश की हवाई सुरक्षा को और सुदृढ़ बनाने का ऐलान किया.
Russia Strengthens Strategic Ties India: अमेरिका के टैरिफ और पाकिस्तान के साथ बढ़ती सैन्य साझेदारी के बीच रूस ने मंगलवार को भारत के साथ अपने रणनीतिक संबंधों को मजबूत बताया. रूस के वरिष्ठ राजनयिक रोमन बाबुश्किन ने पश्चिमी आलोचनाओं को खारिज करते हुए कहा कि भारत का रूस से ऊर्जा खरीदना दोनों देशों के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि रूस हमेशा भारत का “चयनित साझेदार” बना रहेगा.
Russia Strengthens Strategic Ties India: सुदर्शन चक्र, भारत का नया एयर डिफेंस शील्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में मिशन सुदर्शन चक्र की घोषणा की है. यह भारत को दुश्मनों के हमलों से बचाने के लिए एक शक्तिशाली एयर डिफेंस सिस्टम है, जो 400 किलोमीटर तक हवाई, क्रूज मिसाइल, ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों को निशाना बनाने में सक्षम है. इसे रूस के S-400 प्लेटफॉर्म पर आधारित किया गया है और इसे 2035 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
ऑपरेशन सिंदूर के अनुभव से प्रेरणा
प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों, हवाई अड्डों, संवेदनशील स्थानों और नागरिकों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए, जिन्हें भारतीय सैनिकों और तकनीक ने नाकाम किया. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान और चीन के बीच खुली सैन्य साझेदारी की गतिविधियों को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. पीएम ने साथ ही देश में ही लड़ाकू जेट बनाने की जरूरत पर भी जोर दिया, क्योंकि अमेरिका से तेजस विमानों के जेट इंजन की डिलीवरी में देरी हो रही है.
Russia Strengthens Strategic Ties India in Hindi: पश्चिमी आलोचना पर रूस का जवाब
भारत को लेकर सीनियर डिप्लोमेट रोमन बाबुश्किन ने अमेरिकी सुझाव का जवाब देते हुए कहा, “अगर पश्चिम आपकी आलोचना कर रहा है, तो समझिए कि आप सब कुछ सही कर रहे हैं. हमें नहीं लगता कि भारत ऐसा करेगा. हमें भारत की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का पूरा ज्ञान है और हमारी वास्तविक रणनीतिक साझेदारी कायम है.”
बाबुश्किन ने राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच हाल ही में हुई टेलीफोन वार्ता का हवाला देते हुए कहा, “रूस के लिए भारत का महत्व बहुत बड़ा है. हम किसी भी समस्या का समाधान ढूंढने में सक्षम हैं. हमारे साझेदारी का गहराता हुआ रिश्ता दोनों देशों को साथ में विकसित होने में मदद करेगा.”
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प्रोजेक्ट कुशा और लंबी दूरी की मिसाइल क्षमता
सुदर्शन चक्र के अलावा भारत ‘प्रोजेक्ट कुशा’ पर भी काम कर रहा है. यह देशीय लंबी दूरी की सतह-से-वायु मिसाइल प्रणाली है, जो S-400 के मुकाबले या उससे बेहतर क्षमता वाली होगी. इसे तीन वेरिएंट में विकसित किया जाएगा—M1 (150 किमी), M2 (250 किमी), और M3 (400 किमी). परीक्षण 2025 के अंत में शुरू होने की उम्मीद है और 2028–2030 तक इसे सेवा में लाया जाएगा. ये कदम भारत की हवाई रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने की वैश्विक और घरेलू महत्वाकांक्षा को दर्शाते हैं. इन पहलों से भारत अब विविध प्रकार के हवाई खतरों का मुकाबला करने के लिए एकीकृत और आधुनिक एयर-डिफेंस नेटवर्क विकसित कर रहा है.
