इजराइल की हिरासत में ग्रेटा थनबर्ग समेत कई कार्यकर्ता, गाजा से 75 मील दूर सुमुद फ्लोटिला के जहाजों को रोका

Israel Gaza Conflict: इजराइली नौसेना ने गाजा में सहायता पहुंचाने की कोशिश कर रही पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग समेत कई एक्टिविस्टों को हिरासत में लिया है. ये सभी सुमुद फ्लोटिला पर सवार थे. इसमें नेल्सन मंडेला के नाती मंडल मंडेला भी थे.

By Anant Narayan Shukla | October 2, 2025 7:47 AM

Israel Gaza Conflict: इजराइल ने गाजा की सीमा घुस रहे जहाज सुमुद फ्लोटिला को रोक दिया है. यह गाजा पर इजराइल की सीज को तोड़ने का प्रयास कर रहा था. इसमें सवार लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. इसमें स्वीडन की क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग, नेल्सन मंडेला के नाती मंडला मंडेला और यूरोप के तमाम राजनेता भी सवार थे. इजराइली नौसेना ने इन सभी को उस समय गिरफ्तार किया, जब वे गाजा के तट से लगभग 75 मील दूर फिलीस्तीन समर्थक बेड़े पर सवार हो रही थीं. ये सभी युद्धग्रस्त क्षेत्र की नाकाबंदी को तोड़कर सहायता पहुंचाने का प्रयास कर रहे थे.

इजराइल के विदेश मंत्रालय की ओर से इस गिरफ्तारी पर बयान भी आ गया है. मंत्रालय ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए बताया कि कई जहाजों को रोक लिया गया है और उनमें सवार लोगों को इजराइल के बंदरगाह पर ले जाया जा रहा है. विदेश मंत्रालय से इस बयान के साथ एक वीडियो भी शेयर किया जा रहा है, जिसमें थनबर्ग दिखाई दे रही हैं. बयान में यह कहा गया कि ग्रेटा और बाकी कार्यकर्ता सुरक्षित हैं. हालांकि यह समुद्री बेड़ा आतंकी संगठन हमास से जुड़ा है, इसकी पुष्टि इजराइल ने नहीं की है. 

इन कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी के बाद इजराइल की इस कार्रवाई को अवैध बताया है. उन्होंने दुनिया से इस एक्शन के खिलाफ लोगों से आवाज उठाने की अपील की है. उनका कहना है कि वे हथियार नहीं बल्कि लोगों के लिए राहत की सामग्री ले जा रहे थे. गाजा के लोगों को इसकी जरूरत है. थनबर्ग अल्मा नामक फ्लोटिला में थीं, जब उन्हें अशदोद बंदरगाह से गिरफ्तार किया गया. इसके साथ ही इजराइल ने अल्मा समेत सिरस, स्पेक्ट्रा, होगा, अदारा और डेर यासीन जहाज पर भी नियंत्रण कर लिया है. ये सभी फिलिस्तीन तट की ओर जा रहे थे.

इजराइली सेना ने की कार्रवाई

आपको बता दें कि इस ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला में 40 से ज्यादा नावें हैं, जिन पर ग्रेटा थनबर्ग समेत 500 सांसद, वकील और कार्यकर्ता सवार हैं. गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार ये नावें इजिप्ट (मिस्र) के  जल क्षेत्र में चल रही थीं, तभी से इजराइल ने इस पर नजर रखना शुरू कर दिया था. जब इन नावों ने हाई रिस्क जोन में प्रवेश किया, तब इजराइल को कार्रवाई करनी पड़ी. रिपोर्ट में कहा गया है कि लगभग 20 इजराइली सैनिक इन पर चढ़े और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया. उन्होंने इंजन को बंद करने का आदेश दिया. फ्लोटिला से मिले फुटेज में यात्री गोल आकार में बैठे थे. इसके बाद लाइव प्रसारण बंद हो गया. 

इटली में विरोध प्रदर्शन शुरू

इजराइल ने इस बेड़े से केवल 6 नावों को रोका है, बाकी नावें संभवतः आगे बढ़ रही हैं. इजराइली नौसेना उन्हें पानी की बौछारों से रोकने का प्रयास कर रही है. इटली की न्यूज संस्था स्काई इटालिया ने कुछ फुटेज जारी किए हैं, जिनमें डेक पर खड़े कार्यकर्ताओं पर पानी की तेज धार से हमला होते दिखाया गया है. इटली ने इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) के खिलाफ कार्यकर्ताओं पर हमला करने के लिए विरोध भी किया है. इसके विरोध में इटली में कई जगह विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं. इटली के विदेश मंत्री ने बताया कि उनके समकक्ष इजराइली विदेश मंत्री ने किसी भी हिंसा का उपयोग नहीं किया  जाएगा. 

फ्लोटिला क्या है? 

फ्रीडम फ्लोटिला II को गाजा फ्रीडम फ्लोटिला के नए वर्जन के रूप में लांच किया गया था. 2011 में इसे शुरू किया गया था. इसका मकसद इजराइल की नाकाबंदी को तोड़ना है. यह अंतर्राष्ट्रीय कार्यकर्ताओं और एनजीओ के गठबंधन से चलता है. 2010 से यह काम कर रहा है, लेकिन आज तक कोई भी फ्लोटिला गाजा तक नहीं पहुंच पाया है. इस नए फ्लोटिला को भी कामयाबी नहीं मिली है. 

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