बांग्लादेश में एक और NCP नेता को मारी गई गोली, हादी की मौत वाली हिंसा थमते ही हुआ हमला

Bangladesh NCP labour wing leader shot: बांग्लादेश में उस्मान हादी की मौत से उपजी हिंसा अभी शांत ही हुई थी कि एक और NCP नेता को गीली मार दी गई. इस बार खुलना जिले में मोतालेब शिकदर के ऊपर हमला किया गया है. शिकदर एनसीपी के खुलना डिवीजनल प्रमुख होने के साथ-साथ एनसीपी श्रमिक शक्ति के केंद्रीय आयोजक भी हैं. हालांकि मोतालेब की हालत स्थिर है और वह खतरे से बाहर हैं.

By Anant Narayan Shukla | December 22, 2025 1:56 PM

Bangladesh NCP labour wing leader shot: बांग्लादेश में राजनीतिक हिंसा का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. नेशनल सिटिजन पार्टी (NCP) के नेता उस्मान हादी की मौत के बाद भी हालात सामान्य नहीं हो पाए थे कि अब पार्टी से जुड़े एक और वरिष्ठ नेता पर जानलेवा हमला किया गया है. ताजा मामला खुलना का है, जहां बदमाशों ने एनसीपी के एक नेता को गोली मार दी. घायल नेता की पहचान मोतालेब शिकदर के रूप में हुई है. वह खुलना के सोनाडांगा इलाके के शेखपाड़ा पल्ली के रहने वाले हैं और पार्टी में अहम जिम्मेदारियां संभालते हैं. मोतालेब शिकदर एनसीपी के खुलना डिवीजनल प्रमुख होने के साथ-साथ एनसीपी श्रमिक शक्ति के केंद्रीय आयोजक भी हैं.

सोनाडांगा मॉडल पुलिस स्टेशन के जांच अधिकारी (ओसी) अनिमेष मंडल के मुताबिक, यह हमला शहर के गाजी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पास सुबह करीब 11:45 बजे हुआ. हमलावरों ने सीधे उनके सिर को निशाना बनाकर गोली चलाई. डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, गोली लगते ही मोतालेब गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें तत्काल खुलना मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. डॉक्टरों के हवाले से पुलिस ने बताया कि फिलहाल मोतालेब की हालत स्थिर है और वह खतरे से बाहर हैं. गोली उनके कान के एक हिस्से से अंदर गई और त्वचा को चीरते हुए दूसरी ओर से बाहर निकल गई, जिससे वह बाल-बाल बच गए.

इस हमले से पहले भी एनसीपी से जुड़े एक बड़े चेहरे पर हमला हो चुका है. ढाका-8 सीट से सांसद पद के उम्मीदवार शरीफ उस्मान हादी को 12 दिसंबर को ढाका के पलटन इलाके में हमलावरों ने गोली मार दी थी, जिससे उनके सिर में गंभीर चोट आई थी. पहले उन्हें ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल और बाद में एवरकेयर अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालत नाजुक होने पर 15 दिसंबर को बेहतर इलाज के लिए उन्हें सिंगापुर एयरलिफ्ट किया गया, जहां गुरुवार रात 18 दिसंबर को सिंगापुर जनरल अस्पताल में उनकी मौत हो गई.

लगातार हो रही इन घटनाओं ने बांग्लादेश में बढ़ती राजनीतिक हिंसा और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. बांग्लादेश में अगस्त 2024 शेख हसीना सरकार के जाने के बाद से हिंसा में लगातार बढ़ोतरी ही हुई है. 18 दिसंबर को हादी की मौत के बाद, हुई हिंसा में मीडिया को विशेषकर निशाना बनाया गया. पत्रकारों पर हमला किया गया. इसी में एक हिंदू युवक दीपू चंद्र दास के ऊपर ईशनिंदा का झूठा आरोप लगाकर मॉब लिंच कर दिया गया. इसके बाद उसे पेड़ से बांधकर आग लगा दी गई. इतना ही नहीं एक रिक्शॉ चालक को भी बाद में भारतीय खुफिया एजेंसी का एजेंट बताकर मारपीट की गई. 

मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार में कट्टरपंथी ताकतों के हौसले बुलंद हो गए हैं. शेख हसीना ने आरोप लगाया है कि यूनुस सरकार का इन्हें परोक्ष रूप से पूरा समर्थन मिला हुआ है. हसीना ने एएनआई को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा के पीछे यूनुस सरकार का हाथ है. वह जानबूझकर भारत से संबंध खराब कर रहे हैं. 

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