ममता सरकार पर अविश्वास से राज्य में फैल रहा है आतंक : विजयवर्गीय

भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने राज्य में ‘कोरोना’ को लेकर फैले आतंक के लिए ममता सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि ब्यूरोक्रेट का कोरोना से संक्रमित बेटा पूरे महानगर में घूमता रहा और प्रशासन चुप रहा. इससे साफ है कि वीआइपी को हाथ लगाने से अधिकारी डरते हैं.

By Pritish Sahay | March 20, 2020 5:14 AM

कोलकाता : भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने राज्य में ‘कोरोना’ को लेकर फैले आतंक के लिए ममता सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि ब्यूरोक्रेट का कोरोना से संक्रमित बेटा पूरे महानगर में घूमता रहा और प्रशासन चुप रहा. इससे साफ है कि वीआइपी को हाथ लगाने से अधिकारी डरते हैं.

राज्य में केंद्रीय एजेंसियों में काम करनेवाले अधिकारी भय और दबाव में काम कर रहे हैं. श्री विजयवर्गीय ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा : बंगाल में राज्य सरकार की और राज्य सरकार के अधिकारियों की एयरपोर्ट पर कितनी दादागीरी है. इस घटना से साफ है. कोई एयरपोर्ट सोना लेकर निकल जाता है और जब एयरपोर्ट के अधिकारी उसे पकड़ते हैं, तो उसके बच्चे को मारने की धमकी दी जाती है. इसपर वह अधिकारी अपना ट्रांसफर करवा लेता है. कोई नौकरशाह का बेटा कोरोना से संक्रमित होकर लंदन से आता है और वह जांच नहीं कराता है. बिना जांच के पूरा कोलकाता घूमता है. अधिकारी डर कर जांच नहीं करते हैं, क्योंकि जांच करेंगे, तो नौकरी चली जायेगी.

यह आतंक दिखायी देता है, ब्यूरोक्रेट के बच्चे कोरोना का वाहक बना और पूरे महानगर में घूमता रहा, तो इससे लोगों का आतंकित होना स्वाभाविक है. उन्होंने कहा : ममता जी को यह बताना चाहिए कि पीड़ित युवक एयरपोर्ट से कैसे निकला? वह इस पर प्रश्न कर रही हैं? इससे साफ है कि राज्य में केंद्रीय एजेंसी में काम करने वाले लोग कितने दबाव में काम कर रहे हैं. किसी वीआइपी को हाथ नहीं लगा सकते. चेक नहीं कर सकते हैं. सरकार पर अविश्वास के कारण लोग आतंकित हो रहे हैं.

कोरोना का कहर : राजनीतिक पार्टियों ने रद्द की रैली-सभाएं

कोलकाता. कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते प्रकोप को देखते हुए महानगर सहित पूरे राज्य भर में राजनीतिक पार्टियां अपने कार्यक्रमों को रद्द कर रही हैं. किसी भी तरह से भीड़ एकत्रित ना हो, इसलिए ऐसा किया जा रहा है.

कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस सहित विभिन्न दलों ने अपनी राजनीतिक सभा-रैलियों को स्थगित कर दिया है. इन दलों ने अपने कार्यकर्ताओं से सावधानी बरतने व इस बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए भी कहा है. 18 वर्षीय युवक, जो हाल में इंग्लैंड से कोलकाता लौटा था, उसके मंगलवार को कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई, जो राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमण का पहला मामला है. इसके बाद सत्तारूढ़ तृणमूल सहित विपक्षी भाजपा, कांग्रेस और माकपा ने फिलहाल सभी राजनीतिक सभाओं और बैठकों को स्थगित कर दिया है. तृणमूल के महासचिव व राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि सभी प्रमुख कार्यक्रमों और समारोहों को फिलहाल निलंबित कर दिया गया है. वर्तमान में में हम लोगों से कम मिल रहे हैं और हमेशा सावधानी बरत रहे हैं.

वहीं, माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने कहा कि पार्टी ने अपने सभी निर्धारित रैलियों, मार्च और कार्यक्रमों को फिलहाल रद कर दिया है. इधर, कोरोना के खतरे को देखते हुए भाजपा और कांग्रेस ने भी अगले कुछ दिनों तक अपनी गतिविधियों को रद्द करने का फैसला किया है. हालांकि पार्टी कार्यालयों में कार्य जारी है. राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी छोटी बैठकें व मीडिया ब्रीफिंग की गतिविधियों को जारी रखा है.

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