Success Story: 75 साल पहले आयी ये विदेशी महिला, आज खड़ी कर दी 1.5 लाख करोड़ की Lakmé कंपनी

Lakme Success Story: एक विदेशी महिला जिन्होंने 25 साल की उम्र में भारत को अपना घर बनाया, आज भारतीय ब्यूटी और रिटेल दुनिया की सबसे प्रेरणादायक चेहरों में से एक मानी जाती हैं. 1962 में Lakmé की कमान संभालने के बाद उन्होंने बिना किसी बिजनेस अनुभव के इस छोटे से ब्रांड को 1.5 लाख करोड़ रुपये की कीमत तक पहुंचा दिया. उनकी समझ, इनोवेशन और विजन ने न सिर्फ Lakmé को हर भारतीय महिला की पहली पसंद बनाया, बल्कि ट्रेंट, वेस्टसाइड और ज़ुडियो जैसे सफल रिटेल ब्रांड्स की नींव भी रखी. सिमोन टाटा की कहानी साहस, सपनों और कर्म की सच्ची मिसाल है.

By Soumya Shahdeo | December 8, 2025 2:41 PM

Lakme Success Story: क्या आप जानते हैं कि एक विदेशी महिला ने भारत की ब्यूटी इंडस्ट्री में क्रांति ला दी थी? सिमोन टाटा जिनका जन्म 1930 में जेनेवा में हुआ था, सिर्फ 25 साल की उम्र में स्विट्जरलैंड छोड़कर भारत आ गईं थी. छुट्टियों में भारत आने के दौरान उनकी मुलाकात नवल एच टाटा से हुई, और 1955 में उन दोनों ने एक दूसरे से शादी कर ली. यही मोड़ उनकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ था. जब उन्होंने रतन टाटा की सौतेली मां बनने के साथ-साथ अपने बेटे नोएल टाटा को जन्म दिया था. इसके साथ ही उन्होंने भारत की जानी-मानी ब्यूटी ब्रांड Lakmé को भी जन्म दिया. जो आज हर भारतीय महिला का पसंदीदा मेकअप ब्रांड है.आज Lakmé का अनुमानित मूल्यांकन करीब 1,48,704 करोड़ रुपये ( 1.5 लाख करोड़) तक पहुंच चुका है, जो दिखाता है कि सिमोन टाटा की शुरुआत की गई इस यात्रा ने भारतीय ब्यूटी इंडस्ट्री को कितना बड़ा आकार दे दिया है.

कैसे हुआ Lakmé का जन्म और क्या है इसके पीछे की कहानी?

1952 में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारतीय महिलाओं को महंगे विदेशी कॉस्मेटिक्स पर निर्भर न रहने के लिए Lakmé की शुरुआत करने की सोची थी. लेकिन कंपनी को चलाने के लिए किसी ऐसे व्यक्ति की जरूरत थी जो भारतीय महिलाओं की जरूरतों को समझ सके. और फिर इसी के बाद 1962 में सिर्फ 32 साल की उम्र में सिमोन टाटा Lakmé की मैनेजिंग डायरेक्टर बनीं. बिजनेस का कोई अनुभव नहीं होने के बावजूद उन्होंने कंपनी को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया. उनकी समझदारी और महिलाओं की पसंद को जानने की कला ने Lakmé को हर घर में सभी महिलाओं का फेवरेट बना दिया है.

सिमोन की मार्केटिंग और इनोवेशन की ताकत

सिमोन टाटा ने लैकमे में नये प्रोडक्ट्स, दिलचस्प पैकेजिंग और असरदार मार्केटिंग की मदद से ब्रांड को हर घर में पहुंचाया. उनके नेतृत्व में Lakmé ने ब्यूटी एडवाइजर्स, सैलून और बाद में Lakmé फैशन वीक जैसी पहलें शुरू की. इससे न केवल ब्रांड की पहुंच बढ़ी, बल्कि भारतीय महिलाओं के लिए कॉस्मेटिक्स की दुनिया ही बदल गई.

Lakmé से ट्रेंट तक: विजन और साहस

1996 में सिमोन ने Lakmé को हिंदुस्तान यूनिलीवर को बेचकर अपने लिए नई चुनौती ले ली. इस फैसले से उन्होंने ट्रेंट लिमिटेड की शुरुआत की. 1998 में वेस्टसाइड, फिर किफायती फैशन ब्रांड ज़ुडियो और एथनिक वियर उत्सा जैसी ब्रांड्स को लॉन्च किया. पहले ये सभी धीरे-धीरे बढ़ी, लेकिन अब ट्रेंट की मार्केट वैल्यू 1 लाख करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच चुकी है. सिमोन टाटा ने ब्यूटी इंडस्ट्री की मशहूर हस्ती से एक बड़े रिटेल साम्राज्य की विजनरी बनकर अपनी पहचान बनाई.

सपने, मेहनत और प्रेरणा

सिमोन टाटा ने साबित कर दिखाया कि हिम्मत, दूरदर्शिता और मेहनत से कोई भी बाधा पार की जा सकती है. चाहे वो जेंडर, राष्ट्रीयता या अनुभव की कमी हो. 5 दिसंबर 2025 को 95 साल की उम्र में उनका निधन हो गया, लेकिन उनकी कहानी आज भी लाखों लोगों को बड़ा सपना देखने और मेहनत करने की प्रेरणा देती है.

ALSO READ: दिल्ली के दो दोस्तों ने कर दिया कमाल, महज 10 सालों में खड़ी कर दी 40,000 करोड़ की कंपनी

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.