Google Chrome में खतरनाक बग, भारतीय इंजीनियर ने खोला राज; CERT-In का हाई अलर्ट

Chrome High Bug Alert: भारतीय इंजीनियर ने Chrome में हाई-रिस्क बग पकड़ा. CERT-In ने यूजर्स को तुरंत अपडेट करने की चेतावनी दी. Chrome 143 में 13 सिक्योरिटी फिक्स शामिल

By Rajeev Kumar | December 9, 2025 7:59 PM

Google Chrome इस्तेमाल करने वाले करोड़ों लोगों के लिए बड़ी खबर सामने आई है (chrome high bug alert). भारत की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि Chrome के लेटेस्ट वर्जन में गंभीर कमजोरियां मिली हैं, जिनका फायदा उठाकर हैकर्स यूजर्स के डेटा में सेंध लगा सकते थे. हैरानी की बात यह है कि इन हाई-रिस्क बग्स में से एक को मुंबई के इंजीनियर श्रेयस पेंकार ने खोजा, जिसे Google ने तुरंत पैच भी कर दिया.

Chrome 143 अपडेट में 13 बड़े सिक्योरिटी बग्स हुए फिक्स

2 दिसंबर 2025 को Chrome टीम ने Windows, Mac और Linux के लिए Chrome 143 को स्टेबल चैनल पर जारी कर दिया. इस अपडेट में 13 सिक्योरिटी फिक्स शामिल हैं. इनमें से कई बग काफी गंभीर थे, जिनके जरिये सिस्टम तक अनअथराइज्ड ऐक्सेस, डेटा चोरी और सिक्योरिटी लेयर बायपास जैसी दिक्कतें पैदा हो सकती थीं. Google के अनुसार, जब तक ज्यादातर यूजर्स अपडेट इंस्टॉल नहीं कर लेते, तब तक बग्स से जुड़ी तकनीकी डिटेल्स सार्वजनिक नहीं की जाएंगी.

मुंबई के इंजीनियर को मिला 11,000 डॉलर का इनाम

Google की सिक्योरिटी रिपोर्ट में साफ लिखा है कि CVE-2025-13630 नाम का हाई-लेवल बगV8 इंजन में पाया गया था, जिसका पता मुंबई के इंजीनियर श्रेयस पेंकार ने लगाया. इस खोज के लिए Google ने उन्हें 11,000 डॉलर का रिवॉर्ड दिया है. यह बग इतना खतरनाक था कि हैकर्स ब्राउजर की मेमोरी को गलत तरीके से इस्तेमाल कर किसी भी कमांड को रन करा सकते थे.

और भी कई हाई-रिस्क खामियां सामने आईं

इस अपडेट में Chrome Updater, DevTools, Digital Credentials, Downloads, Media Stream और Web RTC से जुड़े कई और उच्च-स्तरीय बग्स की भी पहचान हुई है. इनमें से कुछ बग एक्सटर्नल रिसर्चर्स ने खोजे, तो कुछ Google की आंतरिक टीम ने पकड़े. कई मामलों में “Use-after-free” और “Inappropriate Implementation” जैसी तकनीकी खामियां सामने आईं, जिनका दुरुपयोग कर साइबर हमलावर सिस्टम को पूरी तरह प्रभावित कर सकते थे.

यूजर्स के लिए जरूरी: तुरंत Chrome अपडेट करें

CERT-In ने Chrome यूजर्स को साफ चेतावनी दी है कि वे बिना देर किए अपने सिस्टम पर Chrome 143 वर्जन अपडेट कर लें. पुराने वर्जन में मौजूद ये खामियां किसी भी समय साइबर हमले का रास्ता खोल सकती हैं. Google ने भी यूजर्स से कहा है कि सिक्योरिटी पैच को इंस्टॉल किये बिना ब्राउजर का इस्तेमाल करना जोखिमभरा हो सकता है.

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