सिलीगुड़ी : डुआर्स मार्ग पर ट्रेन की छत से दिखेगा खुला आसमान

एनएफ रेलवे की पर्यटक मार्गों के लिए खास पहल सिलीगुड़ी : सोचिए अगर ट्रेन से खुला आसमान नजर आये, तो सफर में क्या मजा आये! पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे कुछ खास रेल मार्गों पर इस कल्पना को हकीकत में बदलने जा रहा है. डुआर्स व प्राकृतिक सुंदरता से भरे अन्य मार्गों पर पर्यटकों को आकर्षित करने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 9, 2019 9:19 AM
एनएफ रेलवे की पर्यटक मार्गों के लिए खास पहल
सिलीगुड़ी : सोचिए अगर ट्रेन से खुला आसमान नजर आये, तो सफर में क्या मजा आये! पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे कुछ खास रेल मार्गों पर इस कल्पना को हकीकत में बदलने जा रहा है. डुआर्स व प्राकृतिक सुंदरता से भरे अन्य मार्गों पर पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इन मार्गों की चुनिंदा ट्रेनों में विस्टाडोम कोच लगाने के निर्देश दिये हैं.
पिछले दिनों गुवाहाटी के मालीगांव स्थित पूर्वोत्तर सीमांत (एनएफ) रेलवे के मुख्यालय में आयोजित एक समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री ने यह निर्देश दिया. खास तरह के इन कोचों का छत समेत अधिकांश हिस्सा पारदर्शी होगा. मंत्री के मुताबिक, ऐसे कोच, जिनसे आसपास के प्राकृतिक दृश्यों को खुले ढंग से देखा जा सकता है, रेल यात्रा को और आकर्षक बनायेंगे और लोगों को पूर्वोत्तर भारत की सुंदरता का आनंद लेने में मददगार बनेंगे.
विस्टाडोम कोचों की छत कांच की होती है और इन्हें खास तौर पर यात्रियों को सुंदर दृश्यों का आनंद लेने के लिए डिजाइन किया गया है. इस नयी पहल से पूर्वोत्तर भारत में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और इससे देशी-विदेशी पर्यटक और ज्यादा आकर्षित होंगे. बता दें कि एनएफ रेलवे पहले ही यूनेस्को की ओर से विश्व धरोहर घोषित दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) में एक विस्टाडोम कोच शुरू कर चुका है, जिसे पर्यटकों ने काफी पसंद किया है.
एनएफ रेलवे के तहत आनेवाले लामडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड, कुमारघाट-अगरतला पहाड़ी खंड, ऊपरी असम के कुछ खंड और उत्तर बंगाल का डुआर्स प्राकृतिक सौंदर्यवाले क्षेत्र हैं. इन मार्गों को एनएफ रेलवे ने विस्टाडोम कोच लगाने के लिए चुना है.
क्या है खूबी
डीएचआर का विस्टाडोम कोच स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजों, मनोरंजन के लिए मल्टीपल टेलीविजन स्क्रीन, दिव्यांगों के लिए चौड़े दरवाजों, जीपीएस, एलइडी लाइट जैसी कई खूबियों से लैस है. इसके अलावा मुंबई-गोवा और विशाखापत्तनम-अरकू रेल मार्ग पर जन शताब्दी एक्सप्रेस में और कालका-शिमला रेलवे में विस्टाडोम कोच लगाये गये हैं.

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