सिलीगुड़ी : हाथियों ने मचाया तांडव, दो घरों को तहस-नहस किया, फसल को किया बर्बाद

सिलीगुड़ी/ बागडोगरा : सिलीगुड़ी महकमा के नक्सलबाड़ी प्रखंड अंतर्गत हाथीघिसा ग्राम पंचायत के जमिदारगुड़ी में बीती रात को दो जंगली हाथियों ने खूब तांडव मचाया. इस दौरान हाथियों ने टीन से बने दो घरों को तहस-नहस कर दिया. एक बोरा धान खाकर दोनों हाथी वापस जंगल में चले गये. जानकारी के अनुसार, हाथियों ने कई […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 14, 2018 1:30 AM
सिलीगुड़ी/ बागडोगरा : सिलीगुड़ी महकमा के नक्सलबाड़ी प्रखंड अंतर्गत हाथीघिसा ग्राम पंचायत के जमिदारगुड़ी में बीती रात को दो जंगली हाथियों ने खूब तांडव मचाया. इस दौरान हाथियों ने टीन से बने दो घरों को तहस-नहस कर दिया. एक बोरा धान खाकर दोनों हाथी वापस जंगल में चले गये.
जानकारी के अनुसार, हाथियों ने कई घंटों तक तांडव मचाया, लेकिन वन विभाग के अधिकारियों को कई बार सूचित किये जाने के बावजूद कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा.
हाथियों ने सुरेश बर्मन व गणेश बर्मन का घर पूरी तरह नष्ट कर दिया. सुरेश बर्मन के अनुसार, आधी रात को अचानक हाथी की चिघाड़ से हमारी आंखें खुलीं. हम कुछ समझ पाते और घर से बाहर निकलते उसके पहले ही हाथी ने हमारा घर तोड़ना शुरू कर दिया. किसी तरह हम लोग घर-द्वार छोड़कर भागे.
रातभर दूसरे घर में हमलोगों ने रात बितायी. स्थानीय निवासी प्रताप सुब्बा का कहना है कि जमीदारगुड़ी का इलाका जंगल से काफी नजदीक है. धान व अन्य फसल खाने के लिए हाथी आये दिन गांव में चले आते हैं. धान के खेत तो नष्ट करते ही हैं. साथ ही घरों में रखे अनाज भी चट कर जाते हैं. घरों को भी नुकसान पहुंचाते हैं. लेकिन वन विभाग से हमें कोई सहयोग नहीं मिलता.
बागडोगरा प्रतिनिधि के अनुसार, लगातार दो रात हाथियों के झुंड ने मुनिभिस्ती और डिगराभिटा गांव में तांडव मचाया. फांसीदेवा ब्लॉक अंतर्गत हेटमुड़ी सिंगीझोड़ा ग्राम पंचायत इलाके में हाथियों ने उधम मचाया.
मुनिभिस्ति गांव के निवासी मोहम्मद सइदुल इस्लाम ने बताया कि मंगलवार रात दस हाथियों का एक झुंड गांव में घुस आया. धान की फसल नहीं होने से वे खेतों में लगी सब्जी की फसलों को चट कर गये. वहीं, डिगराभिटा गांव के निवासी हामिदुर रहमान ने बताया बुधवार रात दो दंतैल और चार शावकों वाला झुंड एक साथ गांव में आया.
उन्होंने नोनिया धान लगाया था. खेत से काटकर उसे अपने आंगन में रखा था. छह हाथियों के एक झुंड ने आकर धान खाना शुरू कर दिया. उन्होंने शोर मचाते हुए टॉर्च जलाकर हाथियों को भगाया. यहां हर साल धान पकने के समय हाथी हमला करते हैं. झुंड ने वापसी में डिगराभिटा ईदगाह के निकट पेड़-पौधों को नष्ट किया.

Next Article

Exit mobile version