बंगाल चुनाव से पहले जारी मृतकों की लिस्ट में तृणमूल पार्षद भी, हुगली में कटे 318853 वोटर के नाम
West Bengal Draft Roll: चुनाव आयोग की मृत और स्थानांतरित मतदाताओं की सूची में डानकुनी नगरपालिका के 18 नंबर वार्ड के तृणमूल कांग्रेस पार्षद सूर्य दे का भी नाम है. इससे नाराज पार्षद पैदल श्मशान घाट पहुंचे और कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार खुद आकर उनका अंतिम संस्कार करें. उधर, हुगली जिले में 3 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम एसआईआर के बाद जारी मसौदा सूची से हटा दिये गये हैं.
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West Bengal Draft Roll: चुनाव आयोग की मृत और स्थानांतरित मतदाताओं की सूची में डानकुनी नगरपालिका के 18 नंबर वार्ड के तृणमूल कांग्रेस पार्षद सूर्य दे का भी नाम है. उनका नाम मृतकों की लिस्ट में है. मसौदा सूची जारी होने के बाद जैसे ही पता चला कि तृणमूल पार्षद का नाम मृतकों की सूची में है, इलाके में हंगामा मच गया. प्रशासनिक लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े किये गये. इसके विरोध में पार्षद सूर्य दे खुद पैदल चलकर कालीपुर श्मशान घाट पहुंचे. उनके साथ पार्टी के कई सहयोगी और समर्थक भी मौजूद थे.
श्मशान घाट जाकर पार्षद ने कहा- ज्ञानेश कुमार करायें मेरा अंतिम संस्कार
सूर्य दे ने श्मशान घाट जाकर प्रतीकात्मक विरोध जताया और चुनाव आयोग की मतदाता सूची पर तीखा व्यंग्य किया. सूर्य दे ने कहा कि जब चुनाव आयोग ने उन्हें कागजों में मृत घोषित कर दिया है, तो अब मुख्य चुनाव अधिकारी ज्ञानेश कुमार स्वयं आकर उनका अंतिम संस्कार करायें.
सूर्य दे बोले- घटनाक्रम लोकतंत्र के लिए शर्मनाक
उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम को लोकतंत्र के लिए बेहद शर्मनाक बताया. कहा कि मतदाता सूची में तत्काल सुधार की जाये. घटना के बाद डानकुनी क्षेत्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गयी है. स्थानीय लोग मतदाता सूची की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे हैं और भविष्य के चुनावों में ऐसी त्रुटियों पर चिंता जता रहे हैं.
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West Bengal Draft Roll: हुगली जिले की विधानसभा सीटों से हजारों मतदाताओं के नाम कटे
भारत निर्वाचन आयोग की ओर से एसआईआर के बाद जारी ड्राफ्ट रोल में हुगली जिले के विधानसभा क्षेत्रों में बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम काटे गये हैं. चनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, जिले की सभी 18 विधानसभा सीटों पर हजारों मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाये गये हैं. इनमें सबसे अधिक नाम श्रीरामपुर विधानसभा क्षेत्र में कटे हैं. सबसे कम नाम गोघाट विधानसभा सीट पर हटाये गये हैं.
हुगली जिले की विधानसभा सीटें और काटे गये नाम की संख्या
| विधानसभा का नाम | कुल मतदाता | नाम कटे |
|---|---|---|
| 185 उत्तरपाड़ा | 2,60,821 | 27,579 |
| 186 श्रीरामपुर | 2,52,535 | 37,915 |
| 187 चांपदानी | 2,62,937 | 35,913 |
| 188 सिंगूर | 2,51,443 | 09,403 |
| 189 चंदननगर | 2,33,407 | 25,478 |
| 190 चुंचुड़ा | 3,16,835 | 27,386 |
| 191 बलागढ़ | 2,63,281 | 13,726 |
| 192 पांडुआ | 2,77,647 | 16,403 |
| 193 सप्तग्राम | 2,38,636 | 20,781 |
| 194 चंडीतला | 2,72,564 | 18,483 |
| 195 जंगीपाड़ा | 2,65,437 | 11,733 |
| 196 हरिपाल | 2,73,236 | 10,049 |
| 197 धनियाखाली | 2,78,313 | 13,680 |
| 198 तारकेश्वर | 2,45,874 | 10,681 |
| 199 पुरशुड़ा | 2,70,535 | 8,624 |
| 200 आरामबाग | 2,66,621 | 11,320 |
| 201 गोघाट | 2,55,792 | 07,077 |
| 202 खानाकुल | 2,89,185 | 12,622 |
राजनीति गरमाने की आशंका
आंकड़ों पर गौर करेंगे, तो पायेंगे कि सबसे अधिक 37,915 मतदाताओं के नाम श्रीरामपुर विधानसभा क्षेत्र में हटाये गये हैं. सबसे कम 7,077 नाम गोघाट विधानसभा क्षेत्र में कटे हैं. मसौदा मतदाता सूची सामने आने के बाद नाम कटने के इन आंकड़ों को लेकर राजनीतिक दलों में चर्चा तेज हो गयी है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर सियासत और अधिक गरमायेगी और विभिन्न दलों के नेता चुनाव आयोग से स्पष्टीकरण मांग सकते हैं.
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