बंगाल को राजनीति नहीं, राहत की जरूरत : ममता

ऐसे में इस घटना के लिए राज्य प्रशासन, पुलिस या तृणमूल कांग्रेस को कैसे दोषी ठहराया जा सकता है?

By GANESH MAHTO | October 7, 2025 1:15 AM

पीएम मोदी के बयान पर सीएम ने की टिप्पणी कोलकाता. भाजपा सांसद और विधायक पर हमले की घटना को लेकर पीएम मोदी के बयान की आलोचना करते हुए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा- यह दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है कि देश के प्रधानमंत्री ने उत्तर बंगाल में आयी भयंकर बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदा को भी बिना किसी जांच-पड़ताल या आधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार किये राजनीति से जोड़ दिया. जब राज्य का पूरा स्थानीय प्रशासन और पुलिस राहत व बचाव कार्य में दिन-रात जुटे हुए हैं, ऐसे समय में भाजपा नेताओं का स्थानीय पुलिस या प्रशासन को सूचना दिये बिना केंद्रीय बलों की सुरक्षा में लंबी गाड़ियों के काफिले के साथ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचना अपने आप में सवाल खड़ा करता है. ऐसे में इस घटना के लिए राज्य प्रशासन, पुलिस या तृणमूल कांग्रेस को कैसे दोषी ठहराया जा सकता है? प्रधानमंत्री ने बिना किसी प्रमाण, जांच या प्रशासनिक रिपोर्ट के सीधे तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल सरकार को दोषी ठहरा दिया. यह न केवल राजनीति का निम्न स्तर है, बल्कि उस संवैधानिक मर्यादा का भी उल्लंघन है, जिसकी शपथ प्रधानमंत्री ने ली है. लोकतंत्र में दोष तय करने का अधिकार केवल कानून और न्यायिक प्रक्रिया का होता है, किसी राजनीतिक मंच या ट्वीट का नहीं. यह घटना उस क्षेत्र में हुई है, जहां से भाजपा विधायक चुने गये हैं. बावजूद इसके प्रधानमंत्री ने इसे तृणमूल कांग्रेस की “गुंडागर्दी” करार दिया. मणिपुर जब हिंसा से जूझ रहा था, तब प्रधानमंत्री को वहां जाने में 964 दिन लग गये. हम सब हिंसा की निंदा करते हैं, लेकिन यह समय राजनीति का नहीं, राहत, पुनर्वास और एकजुटता का है. भाजपा जिस तरह उत्तर बंगाल बनाम दक्षिण बंगाल का भेदभाव फैलाने की कोशिश कर रही है, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.

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