कश्मीर से हटेगा अनुच्छेद 370, पूरे देश में लागू होगा एनआरसी : शाह

कहा : पाकिस्तान गोलियां चलायेगा तो हम तोप के गोलों से जवाब देंगे कहा : ममता दीदी के लिए घुसपैठिये वोट बैंक हैं अब ‘मां, माटी और मानुष’ नारा ‘घुसपैठ, गुंडाराज और घूसखोरी’ में बदल गया कोलकाता/उलबेड़िया/कृष्णनगर : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी फिर से सत्ता में आने के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 23, 2019 1:42 AM

कहा : पाकिस्तान गोलियां चलायेगा तो हम तोप के गोलों से जवाब देंगे

कहा : ममता दीदी के लिए घुसपैठिये वोट बैंक हैं
अब ‘मां, माटी और मानुष’ नारा ‘घुसपैठ, गुंडाराज और घूसखोरी’ में बदल गया
कोलकाता/उलबेड़िया/कृष्णनगर : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी फिर से सत्ता में आने के बाद जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को हटायेगी और देश भर में राष्ट्रीय नागरिक पंजी लागू करेगी.
शाह ने तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर अपने अल्पसंख्यक वोट बैंक के ‘तुष्टीकरण’ के लिए हवाई हमलों पर सवाल उठाने का आरोप लगाया और व्यंग्यपूर्वक कहा कि वह पाकिस्तान के साथ ‘ईलू ईलू’ (आई लव यू) कर सकती हैं, लेकिन अगर वह देश हम पर गोलियां चलायेगा तो हम तोप के गोलों से जवाब देंगे.’
हावड़ा के उलबेड़िया और नदिया जिले के कृष्णनगर लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार करते हुए शाह ने तृणमूल प्रमुख से यह स्पष्ट करने की मांग की कि क्या अपने सहयोगी नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला की तरह वह भी जम्मू-कश्मीर के लिए अलग प्रधानमंत्री चाहती हैं.
शाह ने 90 के दशक में आई एक फिल्म के मशहूर गीत का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘आपको (ममता) पाकिस्तान के साथ ईलू ईलू करना है तो कीजिए, लेकिन अगर पाकिस्तान गोली मारेगा तो हम गोला मारेंगे.’
उन्होंने यहां एक चुनावी रैली में कहा, ‘‘हम केंद्र में अगली भाजपा सरकार बनाने के बाद कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा देंगे. कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस अनुच्छेद 370 बनाये रखना चाहती है. हम देशभर में एनआरसी भी लागू करेंगे.’
शाह ने कहा, ‘हमारे लिए राष्ट्रीय सुरक्षा अहम है, जबकि ममता दीदी के लिए घुसपैठिये वोट बैंक हैं. हम उनकी पहचान करेंगे और उन्हें बाहर निकाल देंगे.’
पश्चिम बंगाल में कथित तौर पर ‘माफिया राज’ चलाने को लेकर मुख्यमंत्री पर बरसते हुए भाजपा अध्यक्ष ने यह भी दावा किया कि गौ तस्करी में राज्य शीर्ष पर है और यह घुसपैठियों के लिए पनाहगाह बन गया है. उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे सुनिश्चित करें कि भाजपा को राज्य में 42 में से 23 से अधिक सीटें मिलें. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी बंगाल में ‘सिंडिकेट’ राज को 90 दिन के अंदर खत्म करना सुनिश्चित करेगी.
पश्चिम बंगाल में ‘सिंडिकेट’ का मतलब कथित राजनीतिक संरक्षण प्राप्त लोगों द्वारा चलाए जा रहे कारोबार से है. ये लोग प्रमोटरों और ठेकेदारों को अक्सर ऊंचे दामों पर खराब गुणवत्ता का सामान खरीदने के लिए विवश करते हैं. श्री शाह ने दावा किया कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी राज्य में माफिया राज चला रही है. राज्य गौ तस्करी में शीर्ष पर है और राज्य घुसपैठियों के लिए पनाहगाह में तब्दील हो गया है.
उलबेड़िया में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने ममता बनर्जी पर बंगाल को दिवालिया राज्य बनाने का आरोप लगाया और कहा कि यहां केवल उनके (बनर्जी) रिश्तेदार और टीएमसी के मंत्री फले-फूले हैं. उन्होंने पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी के ‘मां, माटी और मानुष’ के नारे का जिक्र करते हुए कहा कि टीएमसी के शासन में ‘सभी तीनों मां, मातृभूमि और लोग परेशान हो रहे हैं.’
शाह ने कहा, ‘अब ‘मां, माटी और मानुष’ नारा ‘घुसपैठ, गुंडाराज और घूसखोरी’ में बदल गया है.’ शाह ने आरोप लगाया कि विवादित एनआरसी का विरोध कर रहीं बनर्जी लोगों को भ्रमित कर रही हैं. उन्होंने चुनाव जीतने के बाद हर राज्य में एनआरसी लागू करने का वादा किया.
उन्होंने कहा, हमारा एक-एक घुसपैठिये को बाहर निकालने के लिए देशभर में एनआरसी लागू करने का वादा है. पहले हम नागरिकता (संशोधन) विधेयक लायेंगे, ताकि सभी शरणार्थियों को नागरिकता मिले और फिर हम घुसपैठियों को बाहर करने के लिए एनआरसी लायेंगे.’ सुश्री बनर्जी लगातार दावा करती रही हैं कि असम से अवैध शरणार्थियों को बाहर करने के लिए लाया गया एनआरसी असल में भारतीय नागरिकों को शरणार्थी बना देगा.
एनआरसी उस समय विवादों में आया था, जब दशकों से असम में रह रहे करीब 40 लाख लोगों के नाम पिछले साल जारी किए गए पूर्ण मसौदे में शामिल नहीं किए गए थे. शाह ने कश्मीर में सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौत का बदला लेने के लिए भारतीय वायु सेना के पाकिस्तान के बालाकोट में किए हमले की ‘सच्चाई पर सवाल उठाने’ के लिए भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया.
उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना के हमले का केवल दो जगह शोक मनाया गया, एक पाकिस्तान में और दूसरा ममता बनर्जी के कार्यालय में. उन्होंने कहा, ‘हमें पता चला कि ममता बनर्जी हवाई हमलों का दुख मना रही हैं. यह जाहिर है कि हवाई हमलों का पाकिस्तान में शोक मनाया जायेगा, लेकिन ममता बनर्जी क्यों शोक मना रही हैं. क्या जो आतंकवादी मारे गये वे ममता के रिश्तेदार थे. यह शर्मनाक है.’

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