बंगाल : कॉल सेंटर के जरीए विदेशी नागरिकों से करोड़ों की ठगी, महिला समेत 11 गिरफ्तार

– अमेरिका, कनाडा और इंग्लैंड के नागरिकों का करते थे कम्प्यूटर हैक – तकनीकी मदद करने का झांसा देकर कर लेते थे कम्प्यूटर हैक – साल्टलेक के बीडी ब्‍लॉक इलाके की घटना कोलकाता : कोलकाता से सटे साल्टलेक के बीडी ब्‍लॉक इलाके में सेक्टर वन चार नंबर टंकी के विपरित एक कॉल सेंटर के जरिए […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 28, 2018 6:43 PM

– अमेरिका, कनाडा और इंग्लैंड के नागरिकों का करते थे कम्प्यूटर हैक

– तकनीकी मदद करने का झांसा देकर कर लेते थे कम्प्यूटर हैक

– साल्टलेक के बीडी ब्‍लॉक इलाके की घटना

कोलकाता : कोलकाता से सटे साल्टलेक के बीडी ब्‍लॉक इलाके में सेक्टर वन चार नंबर टंकी के विपरित एक कॉल सेंटर के जरिए विदेशी नागरिकों से करोड़ों-करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने महिला समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उनके दफ्तर को सील कर दिया है.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार सभी एक गिरोह के है, जो बीडी ब्‍लॉक में कॉल सेंटर के जरिए विदेशी नागरिकों को तकनीकी समर्थन देने का झांसा देकर उनके कम्प्यूटर पर अपना नियंत्रण करके उनका कम्प्यूटर हैक कर ठगी करते थे. इसके पहले वे कोलकाता के लोगों से लकी ड्रा समेत कई तरह के प्राइज विजेता के नाम से ठगी किये हैं.

लंबे समय से इस तरह की आ रही शिकायतों के बाद शनिवार देर शाम गुप्त सूचना के आधार पर विधाननगर कमिश्नरेट की पुलिस ने उक्त दफ्तर में छापेमारी की और वहां से बड़े पैमाने पर कई सारे दस्तावेज जब्त किया और ग्यारह लोगों को गिरफ्तार किया.

बताया जाता है कि साल्टलेक सेक्टर वन बीडी ब्‍लॉक में सीएनडीएस सिस्टम सोल्युशन प्राइवेट लिमिटेड नामक एक कॉल सेंटर खोला गया था. वहां पिछले कई सालों से रोजाना उक्त दफ्तर में दस से बारह लोग ड्यूटी की तरह जाते थे. वहां दफ्तर से ही तकनीकी सहायता के नाम पर अमेरिका, इंग्लैंड और कनाडा के विदेशी नागरिकों से संपर्क कर उनका कम्यूटर हैक कर लेते थे. इस तरह से सैकड़ों लोगों से ठगी कर चुके हैं. गिरोह के लोग टीम व्यूवर सॉफ्टवेयर चलाते थे और उसके जरिए ठगी किया करते थे.

विधाननगर के डीसी (मुख्यालय) अमित पी. ज्वालगी ने बताया कि गिरफ्तार महिला समेत ग्यारह लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 419/420/467/468/471/120बी/34 और द इंडियन टेलिग्राफ एक्ट 1885 के 20/20ए के तहत मामला दर्ज किया गया है. इन सभी से पूछताछ कर गिरोह के मुखिया को दबोचने की कोशिश की जा रही है.

Next Article

Exit mobile version