मुकुल राय ने नयी पार्टी बनाने को बताया अफवाह

ममता बनर्जी के नेतृत्व के प्रति विश्वास जताया शहीद दिवस रैली के बाद से अलग पार्टी बनाने की खबर हो रही थी वायरल कोलकाता. राज्य की राजनीति में इन दिनों मुुकुल राय के नयी पार्टी बनाने की खबर सबसे ज्यादा चर्चा में थी. सोशल मीडिया में यह खबर जबरदस्त तरीके से वायरल भी हुई, लेकिन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 5, 2017 12:50 PM
ममता बनर्जी के नेतृत्व के प्रति विश्वास जताया
शहीद दिवस रैली के बाद से अलग पार्टी बनाने की खबर हो रही थी वायरल
कोलकाता. राज्य की राजनीति में इन दिनों मुुकुल राय के नयी पार्टी बनाने की खबर सबसे ज्यादा चर्चा में थी. सोशल मीडिया में यह खबर जबरदस्त तरीके से वायरल भी हुई, लेकिन खुद तृणमूल कांग्रेस के सांसद मुकुल राय ने इन खबरों को बेबुनियाद बताया.
उन्होंने साफ कहा कि इस तरह की खबर का कोई आधार नहीं है और उनकी छवि को प्रभावित करने के लिए कुछ लोग साजिश के तहत इस तरह की खबर फैला रहे हैं. उन्होंने ममता बनर्जी के नेतृत्व के प्रति विश्वास जताते हुए तृणमूल कांग्रेस को और मजबूत करने की जरूरत बतायी.
उल्लेखनीय है कि 21 जुलाई की शहीद दिवस सभा के बाद से ही यह खबर फैलने लगी थी कि पार्टी में अपनी उपेक्षा से दुखी होकर मुकुल राय नयी पार्टी बनाने जा रहे हैं.
उनके साथ पार्टी से नाराज चल रहे 60 विधायक और 10 सांसद मौजूद हैं, जिनके साथ वो नेशनलिस्ट तृणमूल कांग्रेस के बैनर तले अपनी राजनीतिक गतिविधि को अंजाम देंगे. यह खबर जहां राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई थी, वहीं सोशल मीडिया में जबरदस्त तरीके से वायरल भी हो रही थी. इस खबर को शेयर करने या चर्चा करनेवाले लोग तर्क दे रहे थे कि शहीद दिवस की सभा में उनकी जिस तरह से उपेक्षा हुई थी वह उनको खल गयी थी. इसकी वजह से वह दुखी चल रहे हैं और पांच अगस्त यानि उपराष्ट्रपति के चुनाव के बाद अपनी नयी पार्टी का गठन कर देंगे. उनकी नयी पार्टी का नाम नेशनलिस्ट तृणमूल कांग्रेस बताया जा रहा है. चुनाव आयोग के पास यह वही पार्टी है जो सारधा मामले के दौरान मुकुल राय के करीबीयों ने पंजीकृत करायी थी.
आज भी इसकी वैधता बरकरार है. लिहाजा नयी पार्टी की खबर को हवा देनेवालों की बातों में दम दिखता था. वह तर्क भी दे रहे थे कि पार्टी की उपेक्षा के बाद भाजपा की शह पर अलग पार्टी बना कर मुकुल राय एक बार फिर अपनी दक्ष संगठक की छवि को साबित करना चाहते हैं, लेकिन उत्तर बंगाल दौरे पर गये मुकुल राय ने एक निजी समाचार एजेंसी से बातचीत के दौरान नयी पार्टी बनाने की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया.