UP News : BHP ने मुसलमानों की जनसंख्या पर जतायी चिंता, अंतरराष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष ने सरकार को दी सलाह

विश्व हिन्दू परिषद यूपी - एमपी मॉडल की तरह अन्य राज्यों में भी धर्मांतरण कानून लागू कराने के साथ- साथ पूरे देश में जनसंख्या नीति लाने के लिये भी मुहिम चला रही है. अंतरराष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष आलोक कुमार ने मुसलमानों में जनसंख्या दर सर्वाधिक होने पर चिंता प्रकट की है.

By अनुज शर्मा | March 9, 2023 6:21 PM

लखनऊ. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने मुसलमानों पर उनकी जनसंख्या को लेकर एक बार फिर हमला बोला है. विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष आलोक कुमार ने गुरुवार को बागपत जिला में एक कार्यक्रम में बयान दिया कि मुसलमानों में जनसंख्या में वृद्धि लगातार हो रही है. दूसरे मजहबों की तुलना में मुसलमानों की वृद्धि दर से देश में जनसांख्यिकी असंतुलन बढ़ रहा है. इस बिगड़े असंतुलन को नियंत्रित करने के लिये सरकार जो प्रयास कर रही है, विश्व हिन्दू परिषद उससे संतुष्ट है. विहिप नेता इससे पहले भी अवैध मतांतरण को राष्ट्रीय अभिशाप बता चुके है. अवैध मतांतरण को रोकने के लिये केंद्रीय कानून की वकालत करते रहे हैं.

जनसंख्या बढ़ने के कई कारण बताये

गुरुवार को बागपत में आयोजित निशानेबाजी प्रतियोगिता के शुभारंभ के बाद विहिप नेता आलोक कुमार ने मीडिया से बात करते हुए जनसंख्या बढ़ने के कई कारणों का जिक्र किया. उनका कहना था कि एक खास मजहब के लोग शादी जल्दी कर रहे हैं. उनके बच्चे भी अधिक हो रहे हैं. धर्मांतरण और घुसपैठ भी जनसंख्या को बढ़ा रही है. इससे समाज का ताना बाना बिगड़ रहा है. समाज के लिये यह बड़ा खतरा है. अदालत में विचाराधीन ज्ञान व्यापी और मथुरा के मामलों पर भी निगाह रखी जा रही है. विहिप ने फाइलों को देखा है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काम की तारीफ

विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष आलोक कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काम की तारीफ करते हुए कहा कि यूपी में योगी सरकार के बनने से घुसपैठ पर विराम लग गया है. अवैध धर्मांतरण को रोकने के लिये उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सरकार ने जो कानून बनाये हैं उनका असर दिख रहा है. देश को अब जनसंख्या नीति लानी चाहिये. मुसलमानों को छोड़कर हिंदू, ईसाई, जैन, बौद्ध और सिख धर्म में जनसंख्या की वृद्वि की दर कम हुई है लेकिन मुसलमानों में जनसंख्या दर सर्वाधिक है अधिक जनसंख्या वृद्धि दर वाले धर्म के लोगों को इसमें कमी लाने की जरूरत है.

Next Article

Exit mobile version