कानपुर देहात अग्निकांड: बिठूर में होगा मां-बेटी का अंतिम संस्कार, पुलिस सुरक्षा में शवों को लेकर परिजन रवाना

कानपुर देहात अग्निकांड में मां बेटी का अंतिम संस्कार अब कानपुर के बिठूर गंगा घाट पर होगा. परिजन पुलिस सुरक्षा के बीच शवों को लेकर रवाना हो गए हैं. पुलिस अफसरों ने भी शवों को कंधा दिया. इससे पहले जहां मां-बेटी की मौत हुई थी, वहीं अंतिम संस्कार किया जाना था.

By Sanjay Singh | February 15, 2023 11:13 AM

Kanpur Dehat: प्रदेश के कानपुर देहात में जमीन से कब्जा हटाने के दौरान मां बेटी की जिंदा जलकर मौत के मामले में बुधवार को दोनों को अंतिम संस्कार बिठूर घाट पर किया जाएगा. परिजन दोनों के शव लेकर कानपुर देहात से रवाना हो गए हैं. साथ में भारी पुलिस बल मौजूद है. बिठूर में सुबह से ही सीमाओं पर बैरिकेडिंग कर दी गई है.

गंगा किनारे अंतिम संस्कार में पुलिस का कड़ा पहरा

कानपुर देहात की मैथा तहसील के मड़ौली में मां-बेटी के जिंदा जलने के मामले में कुछ रिश्तेदारों की रोक के बाद घरवाले अंतिम संस्कार कानपुर के बिठूर में गंगा किनारे करेंगे. अंतिम संस्कार की तैयारी पूरी कर ली गई है. इससे पहले जहां पर मां-बेटी जली थी, उसी जगह पर अंतिम संस्कार किया जाना था. लेकिन आज इसमें बदलाव किया गया है. हालांकि मां-बेटी का समाधि स्थल उसी स्थान पर बनाया जाएगा, जहां उनकी दर्दनाक मौत हुई थी. पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच परिजन शवों को लेकर गांव से रवाना हुए.

अग्निकांड की जगह पर बनाया जाएगा समाधि स्थल

बेटे शिवम ने बताया कि मां-बहन का अंतिम संस्कार बिठूर में करेंगे. समाधिस्थल उसी जगह पर बनाया जाएगा, जहां दोनों की जिंदा जलकर मौत हुई है. उसने बताया कि जिस जमीन पर बाबा ने पेड़ लगाए थे और वह रहते थे, उसी जमीन पर अब दो दशक से पूरा परिवार झोपड़ी डालकर रह रहा था. उसे गांव के कुछ लोगों के इशारे में लेखपाल और एसडीएम मिलकर खाली कराने पर अमादा थे. अब उसी जगह पर मां-बहन का समाधि स्थल बनाएंगे.

Also Read: कानपुर देहात: जमीन से कब्जा हटाने के दौरान मां-बेटी जिंदा जले, प्रशासन-पुलिस टीम के सामने हुआ हादसा, लगे आरोप
अब तक इन आरोपियों को किया गया गिरफ्तार

मृतक महिला के बेटे शिवम दीक्षित की तहरीर पर एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद, एसओ रूरा दिनेश कुमार गौतम, लेखपाल अशोक सिंह, कानून गो, मड़ौली गांव के अशोक दीक्षित, अनिल दीक्षित, निर्मल दीक्षित, विशाल, जेसीबी आपरेटर दीपक, तीन अन्य लेखपाल अज्ञात और 12 से 15 महिला और पुरुष पुलिस कर्मी आईपीसी की धारा 302, 307, 436, 429, 323, 34 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. इस घटना में अब तक लेखपाल अशोक चौहान और जेसीबी ऑपरेटर दीपक गिरफ्तार हो चुका है. परिजन अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version