Firozabad: दो दिन तक जेल में बंद बेटों का इंतजार करता रहा पूर्व प्रधान का शव, आखिरकार छोटे बेटे ने दी मुखाग्नि

Firozabad: फिरोजाबाद में पूर्व प्रधान कमलेश के अंतिम संस्कार के लिए उसके दो बेटों को जेल से पैरोल पर निकालने की काफी कोशिश की गई. लेकिन सफलता न मिलने पर सबसे छोटे तीसरे बेटे द्वारा पिता का अंतिम संस्कार कराया गया. तीन दिन से लोग शव का अंतिम संस्कार करने के लिए इंतजार कर रहे थे.

By Prabhat Khabar | February 12, 2023 2:43 PM

Firozabad: यूपी के फिरोजाबाद में थाना मक्खनपुर क्षेत्र में पूर्व प्रधान कमलेश के अंतिम संस्कार के लिए उसके दो बेटों को जेल से पैरोल पर निकालने की काफी कोशिश की गई. लेकिन आखिरकार सफलता न मिलने पर सबसे छोटे तीसरे बेटे द्वारा पिता का अंतिम संस्कार कराया गया. 3 दिन से लोग शव का अंतिम संस्कार करने के लिए इंतजार कर रहे थे.

पूर्व प्रधान की हुई मौत

मिली जानकारी के अनुसार मक्खनपुर के गांव इंदुमई में हत्या के मामले में पूर्व प्रधान कमलेश कुमार और उसके दो बेटे विनय उर्फ कलुआ और अजेंद्र बजरंगी 2015 से जेल में बंद थे. केस में न्यायालय डिस्ट्रिक्ट जज द्वितीय ने 21 दिसंबर 2018 को आजीवन कारावास को सजा सुनाई गई. वहीं पूर्व प्रधान को कैंसर हो गया. जिसकी वजह से पूर्व प्रधान को पैरोल मिल गई. बीमारी के चलते शुक्रवार को रात में प्रधान कमलेश की मौत हो गई.

कमलेश के छोटे बेटे प्रितेश कुमार ने पिता के अंतिम संस्कार के लिए दोनों भाइयों को शामिल होने के लिए पैरोल का प्रार्थना पत्र दिया. लेकिन कमलेश के दोनों बेटों को पैरोल नहीं मिली. ऐसे में पैरोल के इंतजार में कमलेश का शव शुक्रवार और शनिवार को रखा रहा.

Also Read: Agra: आगरा में वर्दी वाली मैडम को महंगा पड़ा रील बनाना, बैठाई गई विभागीय जांच, जानें पूरा मामला
 क्या बताया एसपी देहात ने…

दो दिन से पूर्व प्रधान के रखे हुए शव का अंतिम संस्कार जब नहीं हुआ, तो पुलिस को कानून व्यवस्था बिगड़ने का अंदेशा हुआ. जिसके बाद एसपी देहात कुंवर रणविजय सिंह और थाना मक्खनपुर प्रभारी इस मामले पर नजर बनाए हुए थे. क्योंकि कमलेश की पत्नी विमला देवी ने कहा था कि जब तक उनके दोनों बेटे नहीं आ जाएंगे. तब तक उनके पति के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा. रविवार को जब कमलेश के दोनों बेटों को पैरोल नहीं मिली तो आखिरकार गांव वालों और पुलिस के समझाने के बाद छोटे बेटे प्रितेश ने अपने पिता को मुखाग्नि दे दी.

Next Article

Exit mobile version