अलीगढ़ में कुत्तों का आतंक, फिर भी नगर निगम में नहीं रजिस्ट्रेशन की कोई व्यवस्था

अलीगढ़ नगर निगम क्षेत्र में देखें तो हर गली मोहल्ले में कुत्ते पाले जा रहे हैं. सैकड़ों घरों में लोग खतरनाक किस्म के कुत्ते पाले रहे हैं, पर नगर निगम में कुत्तों की सही संख्या का कोई भी रिकॉर्ड नहीं है. ऐसा इसलिए है कि नगर निगम में कुत्तों के लाइसेंस रजिस्ट्रेशन कि कोई भी व्यवस्था नहीं है.

By Prabhat Khabar | September 12, 2022 6:29 PM

Aligarh News: अलीगढ़ में कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ रहा है, फिर भी अलीगढ़ नगर निगम में कुत्तों के रजिस्ट्रेशन की कोई व्यवस्था नहीं है. अलीगढ़ में कितने कुत्ते हैं, इसका भी कोई रिकॉर्ड नगर निगम के पास नहीं है. अलीगढ़ में बिना अनुमति के सैकड़ों घरों में कई खतरनाक नस्ल के कुत्ते पाले जा रहे हैं.

नगर निगम में कुत्तों का पंजीकरण नहीं

अलीगढ़ नगर निगम क्षेत्र में देखें तो हर गली मोहल्ले में कुत्ते पाले जा रहे हैं. सैकड़ों घरों में लोग खतरनाक किस्म के कुत्ते पाले रहे हैं, पर नगर निगम में कुत्तों की सही संख्या का कोई भी रिकॉर्ड नहीं है. ऐसा इसलिए है कि नगर निगम में कुत्तों के लाइसेंस रजिस्ट्रेशन कि कोई भी व्यवस्था नहीं है. कभी भी, कोई भी, किसी भी प्रकार का कुत्ता घर ले आता है. अलीगढ़ नगर निगम के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजेश वर्मा ने बताया कि नगर निगम में कुत्तों का पंजीकरण नहीं है. पंजीकरण वह अन्य नियमों का पालन कराने के लिए प्रस्ताव तैयार कर आने वाली बोर्ड बैठक में रखा जाएगा.

बिना अनुमति पाले जा रहे कुत्ते

अलीगढ़ में बिना किसी भी प्रकार की अनुमति के सैकड़ों घरों में अलग-अलग नस्ल के कुत्ते पाले जा रहे हैं. कुत्ते पालने के लिए नगर निगम या प्रशासन ने किसी भी प्रकार के रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था नहीं की है. कुत्ते के लिए लाइसेंस लेना जरूरी है. कुत्ते का टीकाकरण नियमित रूप से कराया जाना चाहिए. कुत्ते को सार्वजनिक स्थान पर खुले में नहीं छोड़ना चाहिए. ऐसा प्रयास किया जाना चाहिए कि कुत्ते से आसपास के लोगों को दिक्कत ना हो और कुत्ता किसी को नहीं काटे.

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यह कुत्ते होते हैं सबसे ख़तरनाक…

अमेरिकन पिटबुल, रॉटविलर, सिबेरियन, डाबरमैन, बॉक्सर, हस्की, जर्मन शेफर्ड आदि खतरनाक किस्म के कुत्ते हैं, जिनको पालने से बचना चाहिए. यह कभी भी पालने वाली के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं.

रिपोर्ट : चमन शर्मा

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