Rourkela News : नये लेबर कोड को बताया मजदूर विरोधी, रद्द करने की मांग
यूनाइटेंड फ्रंट के आह्वान पर मजदूर संगठनों ने बिसरा चौक पर किया प्रदर्शन
Rourkela News :
केंद्र सरकार के नये लेबर कोड के खिलाफ बुधवार को यूनाइटेड फ्रंट के आह्वान पर बिसरा चौक में मजदूर संगठनों की ओर से प्रदर्शन किया गया. मजदूर नेताओं और सदस्यों ने काला बैज पहनकर लेबर कोड गजट को जलाकर एक सांकेतिक प्रदर्शन किया. नये कोड को रद्द करने की जोरदार मांग संगठनों ने संयुक्त रूप से की. इस प्रदर्शन में राउरकेला श्रमिक संघ के महासचिव प्रशांत कुमार बेहेरा, राउरकेला मजदूर सभा के अध्यक्ष शशधर नायक, गांगपुर मजदूर मंच के महासचिव गोपाल दास, सीटू के विमान माइती, एआइटीयूसी के प्रदोष मोहंती, रमेश सेठी ने केंद्र सरकार के इस मजदूर-विरोधी नये लेबर कोड को बहुत चिंताजनक बताया. उन्होंने कहा कि 1930 से 1950 के बीच, मजदूरों को मालिकों के शोषण से बचाने के लिए कई हिंसक संघर्षों के बाद मजदूरों के हितों को ध्यान में रखते हुए भारत में कई लेबर कानून लागू किये गये थे. लेकिन बदकिस्मती से, पिछले चार सालों से केंद्र सरकार मालिकों के हक में 29 लेबर कानूनों को बदलने की कोशिश कर रही है. इसका सभी मजदूर संगठन बार-बार विरोध कर रहे थे, लेकिन 21 नवंबर को केंद्र सरकार ने पुराने कानून को रद्द कर चार नये लेबर कोड लागू कर दिये. इससे मजदूरों ने अपने अधिकार खो दिये हैं. इस काले कानून का देशभर में बड़े पैमाने पर विरोध किया जायेगा, क्योंकि इसमें मजदूर विरोधी नीतियां हैं, जैसे महिला कर्मचारियों से रात की ड्यूटी करवाना, 300 से कम मजदूरों वाली इंडस्ट्री में मालिक अपनी मर्जी से मजदूरों को निकाल सकते हैं जैसे नियम. एआइटीटीयूसी के संतोष कुमार दास, सुभाष चंद्र जमुंडिया, राजा मुंडा, एटक के सदानंद साहू, आरएमएस के दिगंबर मोहंती, कलाकार साहू, सिद्धेश्वर बाला, जगबंधु जेना, विद्याधर सामल, हरिनारायण साहा, सीआइटीयू के अजय शर्मा, एचएन यादव, शकुंतला महाकुड़, अशोक दास, जजाति केसरी साहू, बच्चीराम बेहेरा, अनादि साहू, जनमंजय घोष, प्रशांत षाडंगी, गांगपुर मजदूर मंच के सुलेमान कौड़िया, संतोष कुजूर, आम मजदूर संघ के विनय तिवारी सहित अक्षय जेना, निहार दास, वीर किशोर शेखरदेव, अखिल पृष्टि, विश्व मोहन पुहान, रघुनाथ प्रधान, रघुनाथ भड्डा, दुर्गा जेना, रमाकांत परिडा, ब्रह्मानंद बेहरा, रंजन साहू शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
