आसान नहीं लोकसभा चुनाव लड़ रहे विधायकों की डगर

नौ विधायक में से पांच विधायक के विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान में जिस पार्टी से वे चुनाव लड़ रहे हैं, उस पार्टी को लोकसभा चुनाव में बढ़त मिली थी. जबकि चार विधायक के विधानसभा क्षेत्र में उनके पार्टी या गठबंधन के उम्मीदवार पीछे रहे गये थे.

By Prabhat Khabar | April 19, 2024 12:08 AM

रांची. राज्य में इस वर्ष नौ विधायक लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें से छह इंडिया गठबंधन व तीन भाजपा के विधायक हैं. इनमें चार ऐसे विधायक हैं, जिनके विधानसभा क्षेत्र में पिछले लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी या गठबंधन के प्रत्याशी को बढ़त नहीं मिली थी, हालांकि लोकसभा चुनाव में पिछड़ने के बाद भी विधानसभा चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की थी. नौ में से छह विधायक तीन लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आनेवाले विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं. दुमका, गिरिडीह व हजारीबाग के दो-दो विधायक चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें दुमका व हजारीबाग में दोनों आमने-सामने हैं. दुमका में भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन झामुमो से भाजपा में व हजारीबाग में कांग्रेस प्रत्याशी जेपी पटेल भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए हैं. वहीं गिरिडीह में विधायक मथुरा महतो झामुमो के प्रत्याशी है. धनबाद से भाजपा प्रत्याशी ढुलू महतो बाघमारा से विधायक हैं, उनका विधानसभा क्षेत्र गिरिडीह लोकसभा के तहत आता है. वहीं कांग्रेस से धनबाद की प्रत्याशी अनुपमा सिंह के पति अनूप सिंह बेरमो से विधायक हैं. बेरमो विधानसभा क्षेत्र भी गिरिडीह लोकसभा के तहत आता है. ऐसे में ढुलू महतो को लोकसभा चुनाव जीतने के साथ अपने क्षेत्र में गठबंधन के प्रत्याशी को बढ़त दिलाने की चुनौती है. कांग्रेस विधायक अनूप सिंह की पत्नी धनबाद से कांग्रेस की प्रत्याशी हैं, उन्हें धनबाद में पार्टी को सफलता दिलाने के साथ-साथ बाघमारा में गठबंधन प्रत्याशी के लिए भी पसीना बहाना होगा.

जीत के साथ क्षेत्र में पार्टी को बढ़त दिलाने की चुनौती

नौ विधायक में से पांच विधायक के विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान में जिस पार्टी से वे चुनाव लड़ रहे हैं, उस पार्टी को लोकसभा चुनाव में बढ़त मिली थी. जबकि चार विधायक के विधानसभा क्षेत्र में उनके पार्टी या गठबंधन के उम्मीदवार पीछे रहे गये थे. जेपी पटेल, दीपिका पांडेय सिंह, मथुरा महतो व विनोद सिंह जहां से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, उनका विधानसभा क्षेत्र भी उक्त लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में उनके क्षेत्र में पार्टी/ गठबंधन के प्रत्याशी को बढ़त नहीं मिली थी. जिन पांच विधायक के क्षेत्र में उनके पार्टी/ गठबंधन के प्रत्याशी को बढ़त मिली थी. उनमें जोबा मांझी, नलिन सोरेन, मनीष जायसवाल, ढुलू महतो व सीता सोरेन शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि सीता सोरेन झामुमो से भाजपा में आयी हैं. पिछले चुनाव में जामा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को बढ़त मिली थी.

Next Article

Exit mobile version