रांची बंद का कैसा है असर, कहां-कहां बंद समर्थक उतरे सड़क पर? जानें लेटेस्ट अपडेट
Ranchi Bandh 2025 : राजधानी के कई इलाकों में रांची बंद का असर दिख रहा है. कई इलाकों की सड़कें जाम कर दी गयी है. हालांकि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं.
रांची बंद: सिरम टोली फ्लाइओवर रैंप विवाद को लेकर बुलाया गया रांची बंद का असर कई इलाकों में दिखने लगा है. लोवाडीह चौक के पास बंद समर्थकों ने आने जाने वाले वाहनों को रोक दिया है. वे जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. घटना की सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर तैनात कर दिया गया है. वहीं, कांके में भी यही स्थिति है. बंद समर्थकों ने मुख्य सड़क पर आवागमन रोक दिया. मुख्य चौक चौराहों की दुकानें बंद हैं. वहीं, सिरमटोली चौक पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं. स्टेशन की तरफ आने-जाने वाले ऑटो रिक्शा का परिचालन सामान्य दिनों की तरह ही है. कोकर चौक पर भी बंद के समर्थकों ने टायर जलाकर चक्का जाम कर दिया. चौक चौराहों में संचालित दुकानों को बंद कराया. इस बीच कई इलाके जैसे कि अरगोड़ा चौक, किशोर गंज चौक पर वाहनों का परिचालन सामान्य है. वहीं, पिस्का मोड़, कांटा टोली चौक पर बंद समर्थक सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस वजह से राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
आदिवासी संगठनों ने बुलाया है बंद
सिरम टोली स्थित सरना स्थल के पास से रैंप हटाने की मांग को लेकर विभिन्न आदिवासी संगठनों ने इस बंद बुलाया है. शुक्रवार शाम को मशाल जुलूस निकाला गया. केंद्रीय सरना स्थल सिरमटोली बचाओ मोर्चा के तत्वावधान में संगठनों के लोग जयपाल सिंह स्टेडियम के पास एकत्र हुए. इसके बाद सभी जुलूस की शक्ल में अलबर्ट एक्का चौक पहुंचे थे. यहां मशाल जलाकर शनिवार को रांची बंद को सफल बनाने की अपील की गयी.
Also Read: Ranchi Bandh 2025: रांची बंद के दौरान उपद्रव करना पड़ेगा महंगा, कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
पैरेंट्स टीचर मीटिंग कर दी गयी है स्थगित
रांची बंद को देखते हुए राजधानी कई स्कूलों ने पैरेंट्स टीचर मीटिंग स्थगित कर दी है. कई स्कूल बंद हैं. हालांकि सीबीएसई 12वीं बोर्ड की पॉलिटिकल साइंस की परीक्षा को लेकर स्कूल खुले रहेंगे. साथ ही आइसीएसइ बोर्ड के स्कूलों में होमसाइंस की परीक्षा भी होगी. रांची बंद को लेकर पुलिस भी पूरी तरह तैयार है. सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किये गये हैं. 1000 से अधिक अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है.
