ranchi news : राजधानी रांची के लक्ष्मीनारायण मंदिर में गणगौर महोत्सव आज, मारवाड़ी समाज की महिलाओं में उल्लास
मारवाड़ी समाज का प्रमुख लोकप्रिय त्योहार गणगौर महोत्सव आज मनाया जायेगा. इसको लेकर मारवाड़ी समुदाय में खासा उत्साह है. खास कर पहले गणगौर को लेकर नवविवाहिता काफी उल्लासित हैं.
रांची. मारवाड़ी समाज का प्रमुख लोकप्रिय त्योहार गणगौर महोत्सव आज मनाया जायेगा. इसको लेकर मारवाड़ी समुदाय में खासा उत्साह है. खास कर पहले गणगौर को लेकर नवविवाहिता काफी उल्लासित हैं. गणगौर हाेलिका दहन के अगले दिन शुरू होता है, जो सरहुल पर्व तक चलता है. इस 16 दिवसीय पर्व को मारवाड़ी समाज धूमधाम से सेलिब्रेट करता है. हाेलिका दहन की राख को लाकर मिट्टी के माध्यम से ईशर शंकर और गौरा पार्वती का पिंड बनाकर महिलाएं 16 दिनों तक घरों में पूजती हैं. गणगौर पर्व के दिन पिंड का विसर्जन किया जाता है. एक अप्रैल को महिलाएं इन पिंडो का विसर्जन करेंगी. इस अवसर पर माहेश्वरी सभा द्वारा लक्ष्मीनारायण मंदिर में गणगौर महोत्सव मनाया जायेगा. आज सुबह छह बजे पूजा शुरू होगी. साथ ही गणगौर मिलान और विसर्जन दोपहर दो बजे से से शाम छह बजे तक होगा. गणगौर मेला का भी आयोजन होगा. मेला माहेश्वरी भवन, अपर बाजार में दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक चलेगा.
नवविवाहिताओं ने कहा
पूजा बागढ़िया, अपर बाजार ने कहा कि यह मेरा पहला गणगौर उत्सव है. मेरी शादी इस वर्ष 18 फरवरी को हुई है. हमारे समाज में पहला गणगौर मायके में होता है, इसलिए तो गणगौर उत्सव मायके में मना रही हूं. प्रतिदिन ईशर गौरा के पिंड की पूजा की. आज विसर्जन कर पूजा धूमधाम से संपन्न होगी. अनमोल पोद्दार ने कहा कि मेरी शादी 17 नवंबर को हुई है. यह मेरा पहला गणगौर है. पहला गणगौर मायके में मनाने का रिवाज है. इसलिए सभी रस्में मायके में ही हुई हैं. गणगौर सिंधारा को लेकर बहुत उत्साहित थी. आज का दिन बेहद खास है. शेफाली अग्रवाल ने कहा कि मेरी शादी 11 दिसंबर को हुई है. यह मेरा पहला गणगौर है. शादी हरियाणा में हुई है. गणगौर के लिए रांची आयी हूं. पहले गणगौर को लेकर काफी अच्छा लग रहा है. एक बार फिर दुल्हन की तरह सजना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
