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दो-तीन दिनों में होती है पेयजलापूर्ति, परेशानी

बीओसीएम वाटर फिल्टर प्लांट के पुराने मोटर पंप बने हुए हैं जल संकट की वजह

प्रतिनिधि, पिपरवार बीओसीएम वाटर फिल्टर प्लांट की सफाई कार्य के बीच आवासीय परिसरों में पानी का संकट लगातार जारी है. 64 कॉलोनी, एलओ कॉलोनी, 172 कॉलोनी व 122 कॉलोनी में तो पानी के लिए हाहाकार मचा है. यहां दो-तीन दिनों में एक बार जलापूर्ति की जा रही है. वहीं, बसंत विहार कॉलोनी, संगम विहार कॉलोनी, अशोक विहार कॉलोनी, विशुझापा में भी जलापूर्ति की स्थिति अच्छी नहीं है. जानकारी के अनुसार बीओसीएम फिल्टर प्लांट में बेड की सफाई का कार्य प्रगति पर है. पर, इसकी वजह से जलापूर्ति में कोई समस्या नहीं है. इसके लिए बेड सिस्टम को बाइपास कर डायरेक्ट सप्लाई की व्यवस्था की गयी है. प्लांट में पानी की भी भरपूर उपलब्ध है. पर, प्लांट में लगे मोटर पंप के सही क्षमता से काम नहीं करने की वजह से आवासीय परिसरों में पानी का संकट बना हुआ है. इस संबंध में एक कर्मी ने बताया कि प्लांट में लगे 150 एचपी क्षमता के उक्त चार मोटर पंप 35 वर्ष पुराने आस्ट्रेलिया से मंगाये थे. चार में एक काफी दिनों से खराब पड़ा है. तीन दिन पहले दूसरा मोटर पंप भी खराब हो गया है. वर्तमान में सिर्फ दो मोटर पंप के सहारे जलापूर्ति की जा रही है. बताया कि आवासीय परिसरों में समुचित मात्रा में जलापूर्ति के लिए तीन मोटर पंप का एक साथ चालू होना जरूरी है. तभी प्रेशर के साथ पानी पहुंचाया जा सकता है. बताया कि इन मोटर पंप को बदलने की जरूरत है. ज्यादा क्षमता के पंप कॉलोनियों में पानी की पहुंचाने में समर्थ होंगे. पर, प्रबंधन का इस ओर ध्यान नहीं जा रहा है. उक्त कर्मी ने बताया कि प्लांट में मैन पावर बढ़ाने की भी जरूरत है.

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