गौतम बुद्ध की जयंती आज, रांची में निकाली जायेगी प्रभात फेरी

भगवान गौतम बुद्ध जयंती शुक्रवार को है. इस दिन भगवान बुद्ध का 2567वां जन्मोत्सव मनाया जायेगा. राजधानी रांची में प्रभात फेरी निकाली जायेगी. इसमें भक्त माथे पर त्रिपिटक लेकर मंदिर परिसर से निकलते हुए विभिन्न स्थानों का परिभ्रमण कर वापस बुद्ध मंदिर लौटेंगे.

By Prabhat Khabar | May 5, 2023 8:25 AM

Buddha Purnima 2023: भगवान गौतम बुद्ध जयंती शुक्रवार को है. इस दिन भगवान बुद्ध का 2567वां जन्मोत्सव मनाया जायेगा. इसकी सभी तैयारी पूरी कर ली गयी है. इसके लिए मंदिरों को सजा दिया गया है. जैप वन स्थित बुद्ध मंदिर में प्रातः 9:10 बजे दीप प्रज्वलन किया जायेगा. दिन के 10:30 बजे से प्रभात फेरी निकाली जायेगी. इसमें भक्त माथे पर त्रिपिटक लेकर मंदिर परिसर से निकलते हुए विभिन्न स्थानों का परिभ्रमण कर वापस बुद्ध मंदिर लौटेंगे. दिन के दो बजे प्रसाद वितरण किया जायेगा और शाम सात बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. यह पिछले दो मई तक दोमांग पाठ चला था. वहीं गुरुवार को ध्वजारोहण किया गया. यहां हर दिन पूजा-अर्चना के लिए काफी संख्या में भक्त मंदिर आ रहे हैं.

रामेश्वर उरांव के आवास पर गौतम बुद्ध की पूजा

बुद्ध पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर वित्तमंत्री डॉ रामेश्वर उरांव के बरियातू आवास पर भगवान गौतम बुद्ध की जयंती मनायी गयी. डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध महानतम आध्यात्मिक गुरु थे. भगवान बुद्ध ने पूरी दुनिया को करुणा और सहिष्णुता के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया. इस अवसर पर बोधगया से लामा डॉ पूर्णेन्दु प्रियदर्शी पवित्र जल लेकर आये थे. भगवान की प्रतिमा पर भक्तों ने नया वस्त्र पहनाया और 108 दीप जलाये. दार्जिलिंग से आये दावा लामा, सोनम लामा, बुद्धा सागर लामा, थिम्पू लामा ने पूजा-अर्चना की. इस अवसर पर रोहित प्रियदर्शी उरांव, निशा उरांव, आशिष सिंघमार, रंजीत सिन्हा, आलोक कुमार दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ राजेश गुप्ता छोटू, जिन्ना, ललित नारायण मिश्रा और छोटानागपुर सोसायटी के पदाधिकारी सुमन प्रधान आदि मौजूद थे.

बता दें कि सनातन हिंदू धर्म में वैशाख की पूर्णिमा का बहुत महत्व माना जाता है. हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान बुद्ध का जन्म भी इसी दिन हुआ था और इसी खास दिन उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. इसलिए इस वैशाख पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है.

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